ऐसे होती है पॉर्न फिल्मों की शूटिंग!
र्पोन क्या होता है, कैसे की जाती है र्पोन फिल्म की शूटिंग कैसे होती है जाने, Read more crime news in Hindi, crime story, क्राइम न्यूज़, क्राइम स्टोरी and more on CrimeTak.in
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हो सकता है कि आपने किसी फिल्म की शूटिंग होते देखी हो, लेकिन क्या आपने पॉर्न फिल्मों की शूटिंग होते देखी है? शायद नहीं, क्योंकि ऐसी फिल्में बेहद गुप्त तरीके से शूट की जाती है। मगर ये गुप्त तरीका क्या होता ये जानने की बेचैनी ज़्यादातर लोगों में है।
तो एक एक करके इसको समझते हैं कि पॉर्न फिल्मों की शूटिंग किस तरह की जाती है? इनमें कौन-कौन लोग शामिल होते हैं? ऐसी शूटिंग के लिए अहम किरदार निभाने वाले पुरुष और महिला को फिल्म का डॉयरेक्टर किस तरह कंफर्टेबल करता है?
दुनिया में हर तरह के एंटरटेनमेंट के लिए एक अलग इंडस्ट्री बनाई गई है. इन्हीं में से एक एडल्ट फिल्म इंडस्ट्री भी है. बाकी सभी से जुड़ा होते हुए भी इस इंडस्ट्री की बहुत सी बातें अन्य एंटरटेनमेंट इंडस्ट्रीज जैसी ही हैं. लेकिन यहां काम करना बहुत मुश्किल है.
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किसी भी वीडियो को शूट करने के लिए किसी अच्छे लोकेशन की जरूरत होती है। अब मामला चूंकि पॉर्न का है तो इसके लिए आउटडोर लोकेशन न होकर इनडोर शूट ही ज्यादा किए जाते हैं और उसके लिए जरूरत होती है एक अच्छे सेट की। पॉर्न फिल्मों के सेट कुछ खास और रंगीन किस्म के होते हैं। एडल्ट फिल्म इंडस्ट्री की अपनी बातें और सीक्रेट हैं, जिनके बारे में उससे जुड़े लोग ही बता सकते हैं।
पॉर्न फिल्में शूट होने से पहले स्क्रिप्ट लिखी जाती है। ऐसा नहीं है कि कपल को ऐसे ही बिस्तर पर सीन करने भेज दिया जाता हो। हर सीन की प्लानिंग होती है, कलाकारों को समझाया जाता है कि सीन कैसे शूट करना है और यहां किस तरह के एक्सप्रेशन की जरूरत है।
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पॉर्न फिल्मों में सिर्फ लड़के और लड़की को ही सेक्स नहीं दिखाया जाता है बल्कि समलैंगिक सेक्स यानी होमो ओर लेस्बियन सेक्स की भी काफी फिल्में बनाई जाती हैं। कई बार पॉर्न फिल्मों में महिलाएं भी बतौर कैमरापर्सन काम करती हैं।
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पॉर्न फिल्मों में लाइटिंग पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है क्योंकि यहां पर लाइटिंग का गलत एंगल पूरे सीन को खराब कर सकता है। इसके अलावा विजुअल इफेक्ट्स का भी इस्तेमाल किया जाता है। सीन को शूट करने से पहले एक्टर्स के साथ अलग पोजिशन में सीन के हर एक एंगल को जांचा जाता है कि शूटिंग के वक्त सीन में किस तरह का लुक देना है। सीन से पहले ही एक्ट्रेस गाउन पहनकर तैयारी करती हैं और शूट के दौरान डॉयरेक्टर के हिसाब से खुद को ढाल लेती हैं।
कई बार सिर्फ फोटो शूट ही किया जाता है जिसमें सिर्फ एक व्यक्ति ही एक्टर्स के साथ मौजूद होता है और इसमें केवल एक महिला कैमरापर्सन भी हो सकती है। इस तरह पॉर्न फिल्मों की शूटिंग करना बहुत तजुरबे का काम माना गया है। हालांकि पॉर्न देखने में इस तरह की टेक्नीकल बातों पर किसी का ध्यान भले ही न जाता हो लेकिन इन फिल्मों की शूटिंग भी उतनी ही सावधानी से की जाती है जितनी कि बाकी फिल्मों की होती है।
अब आते हैं पॉर्न एक्टर्स की कमाई के ऊपर, एक एक्टर को उसमें काम करने के लिए कितने पैसे दिए जाते हैं, ये जानने की बेचैनी सबमें होती है खासकर उन लोगों में जो ऐसी फिल्में देखते हैं। जानकारों के मुताबिक एडल्ट फिल्मों को बनाने के लिए एक एक्टर या एक्ट्रेस को दिन के करीब 2000 डॉलर यानी करीब 15 लाख रुपये तक मिल सकते हैं।
एडल्ट फिल्म इंडस्ट्री महिलाओं से बनी है, इस इंडस्ट्री में एक्ट्रेसेज़ ही असली स्टार होती हैं। इसमें उन्हें कई तरह के अनुभवों से गुजरना पड़ता है। पोर्न इंडस्ट्री में सेक्सिज्म जैसा कुछ नहीं है क्योंकि ये इंडस्ट्री लड़कियों से ही बनी हुई है, एडल्ट इंडस्ट्री में लड़कियों को ज्यादा गंभीरता से लिया जाता है।
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