अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन की छत से छलांग लगाने वाली लड़की सही सलामत, CISF को लख लख बधाई

ADVERTISEMENT

CrimeTak
social share
google news

CISF के सिपाहियों को लख लख बधाई

LATEST CRIME STORY: देश की राजधानी दिल्ली में बैसाखी के त्योहार में एक अनहोनी होने से बच गई। जिसकी वजह से सोशल मीडिया पर CISF के जवानों को लोग दिल खोलकर लख लख बधाइयां दे रहे हैं। और वाकई CISF के सिपाहियों ने काम ही बधाई देने वाला किया है। और जिस वजह से उन्हें बधाइयां मिल रही हैं उनके कारनामें का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है, बल्कि टीवी पर भी धड़ल्ले से चल रहा है।

असल में हुआ ये कि दिल्ली के अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन (AKSHARDHAM METRO STATION) की छत से एक लड़की के कूदने और उसे सही सलामत बचा लेने के लिए CISF के बहादुर और बुद्धिमान सिपाहियों की जितनी भी तारीफ़ की जाए उतनी कम है।

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

मेट्रो स्टेशन की छत से सुसाइड की कोशिश

DELHI SUICIDE ATTEMPT: 25 साल की एक लड़की ने 14 अप्रैल की सुबह पूरी राजधानी का पसीना एक साथ निकाल दिया। दरअसल वो लड़की आत्महत्या करने के इरादे से अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन की छत पर चढ़ गई और देखते ही देखते मुंडेर पर जा पहुँची। जिस जगह लड़की छत की मुंडेर पर खड़ी थी वहां से नीचे ज़मीन तक क़रीब 50 फुट की गहराई थी।

ADVERTISEMENT

जिस वक़्त लड़की छत की मुंडेर तक पहुंच रही थी तभी किसी CISF के सिपाही की नज़र उस लड़की पर पड़ गई और वो लड़की को बचाने के लिए छत की तरफ लपका, मगर खुद छत पर पहुँचने से पहले उसने मेट्रो स्टेशन पर मौजूद अपने दूसरे साथियों को भी इसके बारे में इत्तेला दे दी और चलते चलते ही प्लान ए और प्लान बी दोनों तैयार कर लिए।

ADVERTISEMENT

प्लान ए (PLAN A) तो ये था कि जैसे भी हो लड़की को समझा बुझाकर उसे कूदने से रोक लिया जाए लेकिन प्लान बी (PLAN B) ज़्यादा महत्वपूर्ण था। वो ये था कि जिस जगह लड़की कूदने वाली है वहां कुछ लोग चादर कंबल और गद्दे के साथ उसे लपने के लिए पहुँच जाए ताकि उसे छत से गिरने या कूदने की सूरत में ज़मीन पर गिरने से पहले ही लपका जा सके।

CISF के सिपाहियों की समझदारी

DELHI CRIME NEWS चार से पांच सिपाही छत पर जा पहुँचे और लड़की को बड़े प्यार से समझाने की कोशिश में लग गए। लड़की मुंडेर पर खड़ी थी लेकिन उसके इरादों की भनक पूरे स्टेशन के लोगों को मिल चुकी थी लिहाजा अब वो घबरा गई। मगर आगे बढ़ाए क़दम वापस न खींचने की ज़िद ने उसे वहीं मुंडेर पर ही खड़ा रखा।

इस बीच सिपाही ने तीन तरफ से लड़की को घेरते हुए उसे नीचे उतर आने के लिए मनाने की कोशिश में लग गए। घबराई हुई लड़की बार बार नीचे देख रही थी और उन सिपाहियों पर भी नज़र रखे हुए थी कि कोई दौड़कर उसे पकड़ न ले। लिहाजा वो बार बार कूदने की धमकी भी देती जा रही थी।

लड़की के छत से कूदने की देरी ने CISF के सिपाहियों को अपने प्लान B को भी अमली जामा पहनाने का मौका दे दिया। छत की उस मुंडेर के ऐन नीचे CISF के जवानों के साथ साथ कुछ मेट्रो यात्री भी पहुँच गए मदद करने के लिए। सभी ने मिलकर बिलकुल लड़की के गिरने की लकीर की सीध में गद्दे कंबल और चद्दर को तानकर एक सामियाना बना लिया ताकि लड़की को ज़मीन पर गिरने से पहले ही लपक लें।

हवा में लपक लिया लड़की को

BEST OF CISF: इसी बीच लड़की ने छत से छलांग लगा दी, मगर नीचे CISF के सिपाही पूरी तरह से मुस्तैद थे। उन्होंने लपककर लड़की को चादर और कंबल के ज़रिए लपक लिया और लड़की को सही सलामत बचा लिया। केवल छत से कूदने पर लड़की का पैर शायद ज़मीन से सीधा टकराया जिससे उसके पैर में चोट आ गई। और उसे इलाज़ के लिए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया।

इसी बीच जिस वक्त मेट्रो स्टेशन पर ये हाई वोल्टेज ड्रामा चल रहा था तभी किसी ने इस पूरी घटना को अपने मोबाइल में क़ैद कर लिया। इत्तेफ़ाक से लड़की के ऊपर से कूदने और फिर नीचे तेजी से आती हुई लड़की चादर और कंबल की गिरफ़्त में आने तक का सारा वीडियो मोबाइल के कैमरे में क़ैद हो गया। और फिर यही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो का वायरल होना था और CISF के मुस्तैद सिपाहियों को बधाई और सलामी देने का तांता लग गया।

मुस्तैद सिपाहियों को सलाम

LATEST DELHI NEWS IN HINDI: असल में दिल्ली मेट्रो में सुरक्षा की ज़िम्मेदारी CISF के 12 हज़ार जवान करते हैं। पिछले 15 सालों से CISF इस ज़िम्मेदारी को बख़ूबी निभा रही है। दिल्ली मेट्रो कॉरपोरेशन के तहत दिल्ली भर में कुल 249 मेट्रो स्टेशन हैं जहां क़रीब 12 हज़ार CISF के सिपाही मुस्तैद रहते हैं। और उनकी मुस्तैदी की एक तस्वीर आज सोशल मीडिया पर छाई हुई है।

हालांकि लड़की को सही सलामत बचा लिया गया लेकिन अब बात पुलिस तक पहुँच चुकी है। लिहाजा पुलिस उस लड़की का इलाज़ करवाने के साथ साथ काउंसिलिंग भी करवा रही है और ये पता लगा रही है कि आखिर उसके सामने ऐसी कौन सी नौबत आ गई कि उसके लिए जान देने की कोशिश करना शायद सबसे आसान रास्ता बन गया था।

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT