नवरात्रि में कन्या पूजन के नाम पर दो बच्चियों का अपहरण, मर्सिडीज वाले कि़नैपर्स बड़े शहरों मे बेचते थे बच्चे

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जांच में जुटी पुलिस
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भोपाल से रवीश पाल सिंह की रिपोर्ट

Bhopal Crime News: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल  के पीरगेट स्थित कर्फयू माता मंदिर से कन्या भोज के बहाने अगवा की गई दोनों बच्चियों को पुलिस ने बरामद कर लिया है. इस गैंग में एक महिला फिजियोथैरपिस्ट भी शामिल थी. दरअसल, अगवा की गईं दोनों बच्चियां उसी डॉक्टर को बेची जानी थी. बच्चियों को हरियाणा के एक गिरोह ने किडनैप किया था. आरोपियों ने बच्चियों की पहचान छिपाने के लिए बच्चियों का मुंडन करवा दिया था. सूचना मिलते ही पुलिस ने शहर के 200 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगालकर आरोपियों तक पहुंच गई.

ये है पूरा मामला

शनिवार सुबह कर्फ्यू वाली माता मंदिर के बाहर काजल (8 साल) और दीपावली (11 महीने) किडनैप हो गई थीं. जैसे ही पुलिस को सुचना मिली वैसे ही पुलिस की 5 टीमें सुराग तलाशने में लग गई. संदिग्ध महिलाओं पर 30 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था. बच्चियों की तलाश में पुलिस ने तीनों रेलवे स्टेशन और नादरा बस स्टैंड समेत बस स्टैंड जाने वाले रोड पर लगे 200 से ज्यादा सीसीटीवी खगांले. आरोपियों ने साथ ही बच्चियों की पहचान छिपाने के लिए उनका मुंडन करवा दिया.

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अगले महीने बच्ची का पहला जन्मदिन था

बच्ची के पिता मुकेश का कहना है कि छोटी बेटी 11 महीने की दीपावली पिछले साल दीपावली के दिन पैदा हुई थी. इस लिए उसका नाम दीपावली रख दिया था. अगले महीने उसका जन्मदिन आने वाला था. यह उसका पहला जन्मदिन होगा, इससे पहले ही उसे अगवा कर लिया गया. हमें नहीं पता था की नए शहर में हमारे साथ ऐसी घटना होगी. बच्चों के बेहतर भविष्य की उम्मीद से भोपाल आया था. सोचा था, यहां अच्छी कमाई कर बच्चों का भविष्य अच्छा होगा.

कर्फ्यू वाली माता मंदिर पीरगेट पर बैठी महिला लक्ष्मी ने बताया

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शनिवार को मैं मंदिर के बाहर बैठी थी. ननद रवीना भी मेरे पास ही थी. सुबह करीब 10 बजे दो महिलाएं आई. एक दूर खड़ी रही. एक ने पास आकर कहा कि कन्या भोज है. बच्चियों को खाना खिलाना है. हमने सोचा कि कई लोग यहां आते हैं. वे गरीबों को भोजन कराते रहते हैं, पैसा देता हैं. इन महिलाओं की भी यही इच्छा होगी. मैने दोनों बच्चियों को खाना खिलाने ले जाने कह दिया. लगा कि नवरात्रि चल रहे हैं. मंदिर के बाहर ही बैठाकर बच्चियों को खाना खिला देगी. लेकिन, ऐसा नहीं हुआ. चंद मिनट ही हुए होंगे कि दोनों बच्चियां आंखों के सामने से गायब हो गई. हमने सोचा कि आसपास ही उनका घर होगा. नवरात्रि में लोग दान कर रहे हैं. ऐसे में रुपया जमा हो जाए, तो बच्चों को पालने में दिक्कत नहीं होगी. इसके बाद मैंने और ननद ने खाना खाया और मांगने में व्यस्त हो गई. जब कई घंटे बीत गए और बच्चियां नहीं आई तो हमें चिंता होने लगी. आसपास उनकी तलाश शुरू की. लेकिन जब नहीं मिली तो मैंने पति मुकेश को फोन लगाया. उनके आने बाद हमने FIR दर्ज कराई.

मर्सिडीज कार चलाते थे आरोपी

पुलिस ने आरोपियों के पास से एक महंगी कार भी जब्त की थी.  मर्सिडीज कार का इस्तेमाल आरोपी मानव तस्करी में करते थे ताकि किसी को शक न हो. उन्होंने सेकंड हैंड कार नोएडा से 5 लाख रुपए में खरीदी थी. इसके साथ ही आरोपियों ने भोपाल की एक अच्छी कॉलोनी में मकान भी किराए पर लिया था. आरोपियों में हरियाणा की रहने वाली अर्चना सैनी, केरल निवासी लिव इन पार्टनर निशांत रामास्वामी समेत अर्चना का बेटा सूरज, नाबालिग बेटी और सूरज की गर्लफ्रेंड मुस्कान बानो शामिल हैं.

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Note : ये खबर क्राइम तक में internship कर रही निधी शर्मा ने लिखी हैं.

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