कैब सर्विस के सताए लोगों की पोस्ट वायरल, गूगल इंजीनियर के साथ ड्राइवर के इस रवैये से 'उबर' की हो गई बेइज्जती

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सांकेतिक तस्वीर
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Cab Service Bad Experience:  हममें से ज़्यादातर लोग या फिर हमारा कोई अपना सगा कभी न कभी कहीं आने जाने के लिए कैब का इस्तेमाल करते ही होंगे, और उस सफरके दौरान उनके कुछ तजुर्बे भी होते होंगे, कभी खट्टे तो कभी मीठे। ये दोनों ही तजुर्बे न सिर्फ आदमी को इंसान बनने की सीख देते हैं साथ ही साथ उस सेवा को लेकर भी एक धारणा बना लेते हैं। अच्छी या बुरी। अक्सर ऐसे में बुरे और खट्टे तुजर्बे ही हावी रहते हैं। 

कैब ड्राइवर का रवैया और कंपनी का नजरअंदाज

अक्सर सुनने को मिलता है कि कैब ड्राइवर अपने पैसेंजर के साथ बहुत बुरा बर्ताव करते हैं। लेकिन इसका एक पहलू ये भी है कि इस मामले में वो कंपनियां अपनी आंख नाक कान बंद करके बैठ जाती हैं जिन कंपनियों के कैब ड्राइवर ऐसा रवैया दिखाते हैं और उनके खिलाफ जब शिकायत होती है। ओला, ऊबर और रैपिडो जैसी कंपनियों के अपने ड्राइवरों की शिकायतों को लगातार नज़रअंदाज करना भी कई बार कंपनियों के लिए ही मुसीबत भी बन जाती है। 

गूगल इंजीनियर की आप बीती

हम अचानक कैब ड्राइवरों की बुराई क्यों करने बैठ गए। असल में पिछले दिनों बेंगलुरू में एक गूगल के इंजीनियर ने अपनी उबर के साथ हासिल तजुर्बे को बुरा अनुभव बताकर जैसे ही सोशल मीडिया पर साझा किया तो देखते ही देखते वो बात ऐसी फैली कि वो पोस्ट वायरल हो गई। हालत ये हो गई कि कंपनी को आखिरकार एक्शन लेने को मजबूर होना पड़ा।

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इसलिए कंपनी को होना पड़ा शर्मिंदा

आईटी हब बेंगलुरू में गूगल के एक इंजीनियर ने एयरपोर्ट से उबर लेकर अपने डेढ़ घंटे के जिस सफर का जिक्र किया उसे सुनकर पहले तो लोग फिर शहर और आखिर में कंपनी तक को शर्मिंदा होना पड़ा। हालात कुछ ऐसे बने कि कंपनी को उस ड्राइवर के खिलाफ एक्शन लेना ही पड़ा। 

ड्राइवर ने की जब जबरदस्त बदतमीजी

छोटी छोटी बात को बड़ा बनाने वाला सोशल प्लेटफार्म एक्स यानी ट्वीटर पर एक यूजर हैं स्ट्राइवर के नाम से। उन्होंने उबर से अपने सफर के दौरान हासिल बुरे तजुर्बे को साझा किया। क्योंकि उनके साथ हालात तो यहां तक हो गए थे कि ड्राइवर ने उन्हें कार से उतर जाने तक का हुक्म सुना दिया था। अपनी पोस्ट में स्ट्राइवर ने बताया कि वो अपने एक दोस्त के साथ कैब में सफर कर रहे थे। लेकिन दोनों ही जन इस बात से परेशान थे कि ड्राइवर स्पीकर फोन पर लगातार जोर जोर से किसी से बात कर रहा था। और वो आधे घंटे तक ऐसे ही बात करता रहा। जब उस ड्राइवर से हेडफोन लगाकर बात करने की सलाह गूगल इंजीनियर ने दी तो ड्राइवर को ये बात नागवार गुजरी और वो बदतमीजी पर उतारू हो गया। 

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30 मिनट में कैब ड्राइवर बना सिरदर्द

यूजर स्ट्राइवर ने उस कैब की नंबर प्लेट के साथ अपनी पोस्ट को साझा किया है। यूजर का कहना है कि उसने उबर को बुक किया था जिसके लिए उसका ट्रैवल टाइम करीब करीब डेढ़ घंटा था। लेकिन पहले ही 30 मिनट में ड्राइवर ने सिरदर्द कर दिया। जब हम लोग बुरी तरह से परेशान हो गए तब इन दोनों दोस्तों ने ड्राइवर को बिन मांगे ये सलाह दे डाली कि वो ऐसे बात करने के बजाए हेड फोन लगाकर बात कर ले। इसके बाद सोचा जा सकता है कि उनके साथ क्या हुआ होगा?

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पोस्ट वायरल होते ही कंपनी आगे आई

स्ट्राइवर लिखते हैं कि ड्राइवर ने उन्हें फौरन बाहर निकलने का फरमान सुना दिया। बल्कि ड्राइवर ने ये कहकर उन दोनों को बैठाने से इनकार कर दिया कि वो उनके साथ ट्रैवल करने में सहज महसूस नहीं कर रहा है। जैसे ही उबर इंडिया का वो एक्सपीरियंस एक्स पर पोस्ट किया देखते ही देखते स्ट्राइवर की उस पोस्ट के हजारों और लाखों हमदर्द बन गए। यानी इस तरह उबर के सताए हुए लोगों की तादाद आसानी से गिनी जा सकती है। जैसे ही वो पोस्ट वायरल हुई उबर की हालत खराब हो गई। उसने फौरन एक्शन लिया। जिसका पता लोगों को स्ट्राइवर की नई पोस्ट से लगा जिसमें लिखा  था कि संपर्क करने और कार्रवाई का वादा करने के लिए @UberIN_Support को धन्यवाद। स्ट्राइवर ने लिखा कि मुझे यकीन नहीं है कि आपको कार्रवाई करने में कितना समय लगेगा, लेकिन ख़ुशी है कि आपने बॉट संदेश भेजने के बजाय ग्राहकों को कॉल करने और उनकी समस्याएं सुनने के लिए कुछ समय निकाला। 

दूसरा यूजर भी बना हमदर्द

स्ट्राइवर की इसी पोस्ट पर कुछ लोगों ने जब कमेंट किए तो उसमें भी एक और खौफनाक तजुर्बा सामने आया। यूजर के मुताबिक कैब ड्राइवर वास्तव में थका हुआ था और फिर भी उसने बेंगलुरु एयरपोर्ट से लगभग 1:30 बजे की सवारी ले ली। यात्रा के 10 मिनट बाद, मुझे एहसास हुआ कि उसे नींद आ रही है और मैंने उससे संगीत चालू करने के लिए कहा, शायद उसे बेहतर महसूस हो। 5 मिनट बाद, उसने मुझसे गाड़ी चलाने के लिए कहा क्योंकि वह गाड़ी नहीं चला सकता था। 

एक पोस्ट से आया भूचाल

स्ट्राइवर की उस पोस्ट ने एक तरह से भूचाल ला दिया। उबर कंपनी ने तो एक कार्रवाई की गारंटी देकर अपने ग्राहकों के बीच ये संदेश तो पहुँचाने की चेष्टा की कि वो अपने ग्राहरों की तकलीफ और शिकायतों पर गौर करते हैं। लेकिन बाकी लोग चुप साधे हुए बैठे हैं जबकि एक्स पर पोस्ट का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा। जाहिर है हमदर्दी का ये सफर बहुत लोगों के लिए सुखद रहा और आरामदायक भी।  

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