जेल गया था सीधा सादा 'संदीप', बाहर आया अपराध जगत का 'काला जठेड़ी', हत्या में 30 गोली चलने का मतलब 'काला जठेड़ी'
Bullets Means Kala Jathedi: काला जठेड़ी का एक ऐसा सच उजागर हुआ है जिसने पुलिस के साथ साथ सभी को हैरत में डाल दिया क्योंकि ये सिर्फ इसी गैंग की खासियत है, अगर कहीं भी 30 गोली चलीं तो पुलिस समझ जाती है कि ये काम सिर्फ और सिर्फ काला जठेड़ी गैंग का ह
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![जेल गया था सीधा सादा 'संदीप', बाहर आया अपराध जगत का 'काला जठेड़ी', हत्या में 30 गोली चलने का मतलब 'काला जठेड़ी' जेल गया था सीधा सादा 'संदीप', निकला था अपराध जगत का काला जठेड़ी](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/crtak/images/story/202403/1709872427826_kala_goldy_converted_16x9.jpg?size=948:533)
Bullets Means Kala Jathedi: गैंग्स्टर काला जठेड़ी की शादी की तैयारी अपने पूरे शबाब पर है। मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर इस शादी की धूम भी नज़र आ रही है। काला जठेड़ी के गुनाहों के पुराने पुराने किस्से भी अब एक बार फिर से सामने आ रहे हैं।
30 गोलियां का मतलब ही काला जठेड़ी
लेकिन लॉरेंस बिश्नोई के गैंग से जुड़ने के पहले और बाद में काला जठेड़ी के तौर तरीकों में कोई तब्दीली नहीं आई। वो पहले भी जब भी कहीं गोली चलाता था तो बेहिसाब और लॉरेंस के गैंग से जुड़ने के बाद भी उसने जब भी किसी वारदात में हिस्सा लिया और वहां गोली चलाने की नौबत आई तो फिर उसने गोलियों की गिनने की परवाह नहीं की। पुलिस का रिकॉर्ड कहता है कि किसी भी हत्या की वारदात में पिछले दिनों जहां कहीं भी 15-30 गोलियां चलती थीं तो ज्यादातर मामलों में संदीप उर्फ काला जठेड़ी गैंग का ही नाम सामने आता था। इसी लिए पुलिस की उस लिस्ट में भी इसी काला जठेड़ी का नाम लिखा हुआ है जिसमें पुलिस अभी तक नफे सिंह राठी के कातिलों तक नहीं पहुँच सकी है। क्योंकि नफे सिंह की हत्या में भी 40 से 50 गोली चलने का दावा किया जा रहा है। और काला जठेड़ी का पुराना शौक रहा है ज्यादा गोली चलाने का। लिहाजा नफे सिंह मर्डर केस में भी पुलिस काला को ही तलाश कर रही।
सोशल मीडिया पर काला का रौला
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमें काला जठेड़ी के काफिले में आलीशान कारों के टोल को पार करने के विजुअल हैं साथ ही एक दूसरा वीडियो भी सामने आया है जिसमें काला जठेड़ी अपने भाई की शादी में अपने हथियारप्रेम की नुमाइश कर रहा है। तस्वीरों में ऐसा लग रहा है कि जैसे वो अपने घर की छत पर ही खड़ा है और उसके आस पास हर तरह की बंदूक लिए उसके गुर्गे खड़े हुए हैं। और वो करीब करीब हरेक बंदूक से ताबड़तोड़ फायरिंग करता दिखाई पड़ रहा है।
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अपराध की दुनिया का काला जठेड़ी
गांव जठेड़ी का रहने वाला सीधे-सादे संदीप के 17 साल के भीतर अपराध की दुनिया का काला जठेड़ी बनने का किस्सा भी कम दिलचस्प नहीं है। काला ने पिछले करीब 15-16 साल के दौरान आपराधिक दुनिया में तेजी से कदम बढ़ाया। दुबई और मलेशिया में बैठकर गैंग ऑपरेट करने वाला जठेड़ी 12वीं पास है। इंटरमीडिएट करने के बाद संदीप ने ITI से डिप्लोमा कोर्स में दाखिला लिया था और इलेक्ट्रॉनिक्स में पढ़ाई करने लगा। हालांकि पढ़ाई में तो उसका मन नहीं लगा लेकिन उसे केबल का कारोबार कुछ हद तक समझ में आया तो उसने पहले केबल ऑपरेटर का काम शुरू किया।
मोबाइल झपटमारी से शुरुआत
लेकिन 2004 आते आते उसके कदम गुनाहों की दुनिया की तरफ उठ ही गए। साल 2004 में जठेड़ी के खिलाफ झपटमारी का केस दर्ज हुआ था, तब उसे पुलिस ने मोबाइल झपटकर भागने के चक्कर में गिरफ्तार किया था। इसके बाद एक के बाद एक काला जठेड़ी का नाम कई गुनाहों में दर्ज होता ही चला गया। हत्या, अपहरण, लूट, फिरौती, जमीन पर कब्जे जैसे जुर्म में अब संदीप का नाम पुलिस की डायरी में रेगुलर लिखा जाने लगा। पुलिस ने उसे कई बार जेल में भेजा। और जेल से बाहर निकलकर संदीप ही काला जठेड़ी बन गया। उसका रंग थोड़ा काला है, और जठेड़ी गांव का रहने वाला। और जेल का नियम है कि किसी भी कैदी को कभी भी कोई उसके असली नाम से नहीं पुकारता। वहां या तो गुनाहों से कैदी की पहचान होती है या फिर उसके हुनर या उसके पेशे से। इसीलिए संदीप का नाम काला जठेड़ी पड़ा। और ये नाम सलाखों के बाहर आते ही पुलिस के लिए ही सिरदर्द बन गया। क्योंकि अब उसने एक गैंग बना लिया था और उसके काम की जमीन थी पूरा हरियाणा। उसकी गैंग में सैकड़ों की संख्या में शूटर शामिल हैं।
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काला जठेड़ी ने ऐसे बढ़ाया अपना गैंग
जुर्म की दुनिया में कदम रखने के बाद संदीप उर्फ काला जठेड़ी अलग-अलग गैंग से हाथ मिलाकर अपनी ताकत बढ़ाता रहा। 200 से ज्यादा शूटर वाले लारेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ने के बाद वह अपराध जगत में आगे बढ़ता गया। पुलिस को हत्या, लूट, रंगदारी और मुठभेड़ जैसे मामलों में उसकी तलाश थी। दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़े संदीप के गुर्गों ने हरियाणा पुलिस को यह तक पता नहीं लगने दिया कि वह देश में है या विदेश भाग गया है।
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चोरी से रंगदारी तक
संदीप जठेड़ी का नाम सबसे पहले दिल्ली में चोरी के मामले में आया था। उसके बाद उसने गोहाना में बड़ी वारदात की थी। सोनीपत सहित हरियाणा के कारोबारियों और ठेकेदारों से वसूली का धंधा संदीप जठेड़ी के गुर्गे चला रहा थे। एक-दो बार इलाके में उसके होने की खबर बाहर निकली मगर पुलिस के हाथ उसकी गिरेबां तक पहुँचने में कामयाब नहीं हो सके। खनन के धंधे से जुड़े लोगों ने कई बार राजू बसौदी व संदीप जठेड़ी गैंग के सक्रिय होने की शिकायत पुलिस से की थी।
कारोबारी और व्यापारी निशाने पर
काला जठेड़ी गैंग ने अपना फोकस दिल्ली और यूपी में बढाया। दिल्ली के कारोबारियों और व्यापारियों को निशाना बनाने के साथ ही कई वारदात में जठेड़ी के गुर्गें गिरफ्तार हुए हैं। पुलिस से बचने के लिए यह मेरठ-सहारनपुर क्षेत्र में छिपते थे।
हुलिया बदलकर बचा पुलिस से
दिल्ली पुलिस ने काला जठेड़ी को 2021 में सहारनपुर से पकड़ा था। संदीप उर्फ काला जठेड़ी ने पुलिस से बचने के लिए अपना हुलिया भी बदल लिया था। उसने बाल और दाढ़ी बढ़ा लिए थे। काला जठेड़ी पर हरियाणा पुलिस ने सात लाख का इनाम रखा हुआ था। पांच लाख रुपये का इनाम आईजी एसटीएफ ने घोषित किया हुआ था, जबकि दो लाख रुपया NIT फरीदाबाद पुलिस ने रखा था। सोनीपत पुलिस ने भी उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कराने का प्रयास किया था, लेकिन बाद में आईजी एसटीएफ की तरफ से पांच लाख का इनाम घोषित कर दिया गया था।
संदीफ उर्फ काला जठेड़ी के गुनाहों की लिस्ट-
30 सितंबर 2004 - दिल्ली के बादली में चोरी का मुकदमा दर्ज हुआ।
19 जनवरी 2007 - दिल्ली में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ।
18 जून 2009 -रोहतक के सांपला में जानलेवा हमला व हत्या का मुकदमा।
18 जनवरी 2010 - सोनीपत के गोहाना में हत्या का मुकदमा
13 मई 2010 - रोहतक के सांपला में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ।
26 नवंबर, 2010 -सोनीपत के राई में को जानलेवा हमला व हत्या का मुकदमा।
2011 - दिल्ली के रोहिणी में अवैध हथियार व धमकी देने का मुकदमा दर्ज हुआ।
24 फरवरी 2011 -दिल्ली-बेगमपुर, धारा 382, 482 का मुकदमा दर्ज हुआ।
22 अप्रैल 2011 -सोनीपत के कुंडली में को जानलेवा हमला
9 मई 2011 - कैथल में धमकी देना, हमला करना
15 जुलाई, 2011 - सोनीपत के राई में डकैती
25 जुलाई 2011 - सोनीपत के राई, में लूट का मुकदमा।
13 दिसंबर 2012 - रोहतक के सांपला में हत्या
27 फरवरी 2012 - जींद के जुलाना में को हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ।
9 मार्च 2012 - दिल्ली के बेगुमपुर में लूट का मुकदमा।
10 मार्च 2012 - दिल्ली के नरेला में लूट, मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ।
10 मार्च 2012 -झज्जर के बहादुरगढ़ में जानलेवा हमला व हत्या का मुकदमा।
13 जून 2012 -झज्जर के सदर थाना में धमकी देने का मुकदमा दर्ज हुआ।
9 अप्रैल 2013 - सोनीपत के सदर थाना में को हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ।
13 नवंबर 2017 - सांपला रोहतक में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ।
28 अप्रैल 2018 - रोहतक के सांपला में को हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ
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