असम में 11 साल के बच्चों को पोर्न देखने की लत थी,कर दिया 6 साल की बच्ची का क़त्ल

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कत्ल की वजह उससे भी ज्यादा चौंकाने वाली है। 11 साल की उम्र में ही इन दो बच्चों को पोर्न फिल्में देखने की लत लग गई थी। कोरोना के चलते लगभग दो साल तक इन बच्चों की क्लासें ऑनलाइन हो रही थीं।

मां-बाप मोबाइल देकर अपने कामों में लग जाते थे और ये बच्चे ऑनलाइन क्लासें अटेंड करने के बजाय मोबाइल फोन पर पोर्न फिल्में देखा करते थे। आलम ये था कि दिन हो या रात ये बच्चे मोबाइल पर अश्लील फिल्में देखा करते थे।

वारदात नगॉंव के कलियाबोर की है, यहां के एक स्टोन क्रशिंग प्लांट के बाथरुम में 6 साल की एक बच्ची बेहोशी की हालत में मिली थी। बच्ची के सिर से खून बह रहा था। मामले की इत्तिला पुलिस को दी गई और मौके पर पहुंची पुलिस बच्ची को लेकर अस्पताल पहुंची लेकिन बच्ची दम तोड़ चुकी थी। बच्ची की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया रिपोर्ट में सामने आया कि बच्ची के सिर और छाती पर किसी भारी चीज से वार किए गए हैं।

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अंदाजा लगाया जा रहा था कि पत्थरों से बच्ची के सिर और छाती पर वार किए गए होंगे।18 अक्टूबर को हुई इस वारदात में पुलिस को कामयाबी 20 अक्टूबर को मिली जब पुलिस ने छह साल की बच्ची की हत्या पर पड़ा पर्दा हटाया लेकिन जब ये पर्दा हटा तो हर कोई हैरान रह गया।

क्योंकि इस पर्दे के पीछे जो चेहरे दिखे वो बेहद मासूम थे, उनकी हरकत कैसी भी हों लेकिन इस उम्र के बच्चों को मासूम ही कहा जाता है। पुलिस ने 11 और 8 साल के बच्चों को 6 साल की बच्ची की हत्या का कसूरवार ठहराया।

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क्यों की थी बच्ची की हत्या?

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पुलिस की मानें तो 11 साल के दोनों लड़के 6 साल की बच्ची के पड़ोसी हैं। दोनों लड़कों को पोर्न देखने की लत लग गई थी। पोर्न देखने के बाद वो वैसा ही कुछ किसी के साथ करना चाहते थे जैसा कि पोर्न फिल्मों में दिखाया जा रहा था।

ऐसा ही कुछ करने के लिए दोनों ने पास में ही रहने वाली 6 साल की बच्ची को चुना और दोनों उसे लेकर स्टोन क्रशिंग प्लांट के सुनसान इलाके में ले गए। यहां पर इन्होंन बच्ची के साथ वही करना चाहा जो उन्होंने पोर्न फिल्म में देखा था।

बच्ची को अपने साथ ये हरकत पसंद नहीं आई और उसने इसका विरोध करने के साथ ही दोनों की शिकायत अपने मां-बाप से करने की भी धमकी दी। इस बात से गुस्सा होकर और डरकर दोनों ने बच्ची के सिर पर पत्थर के वार कर डाले।

इसके बाद ये बच्ची को घसीटकर स्टोन क्रशिंग प्लांट के टॉयलेट में लेकर गए और वहां पर बच्ची की छाती पर भी कई वार किए जब तक उन्हें यकीन नहीं हो गया कि उसकी मौत हो गई है। इस दौरान इन्होंने 8 साल के एक बच्चे को बाहर पहरेदारी पर खड़ा किया हुआ था। बच्ची को मारने के बाद ये मौके से भाग गए।

पुलिस ने इस मामले में एक बच्चे के पिता को भी गिरफ्तार किया है जिसे वारदात का पता लग गया था लेकिन उसने बेटे को बचाने के लिए सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की। पुलिस ने तीनों बच्चों को जुवेनाइल कोर्ट में पेश करने के बाद जोरहाट के बाल सुधार गृह भेज दिया है।

तकनीक के इस दौर में बच्चों पर मां-बाप को ध्यान देने की बेहद ज्यादा जरुरत है क्योंकि यही तकनीक किसी बच्चे का भविष्य संवार सकती है तो यही तकनीक किसी बच्चे के भविष्य को अंधकार की ओर ढकेल सकती है।

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