खुद रकुलप्रीत का मानना है कि स्कूलों में बच्चों को इस विषय पर कोई जानकारी नहीं दी जाती है। .रकुलप्रीत मानती हैं कि इस गंभीर और ज़रूरी विषय पर जानकारी का अभाव बच्चों को गलत रास्ते पर धकेल देता है .छतरीवाली फिल्म इसी विषय पर बनी है जिसमें बच्चों को उन बातों पर जरूरी शिक्षा दी जाती है जिसको लेकर अक्सर कन्नी काट ली जाती है.छतरीवाली फिल्म में रकुलप्रीत को केमिस्ट्री की टीचर से कंडोम टेस्टर की नौकरी मिलती है.और अपनी उसी नौकरी की वजह से वो छोटे स्कूल जाने वाले बच्चों को सेक्स एजुकेशन देने की ठान लेती है.फिल्म में रकुलप्रीत ऐसे लोगों की हिचक दूर करने की कोशिश करती हैं जो कंडोम के बारे में बात तक नहीं करतीं.Click This
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