Delhi Murder News: युवती का हत्यारा ‘डैडी’ 19 साल बाद गिरफ्तार, रेप के दौरान की थी दोस्त की बीवी की हत्या

TANSEEM HAIDER

11 Mar 2023 (अपडेटेड: Mar 11 2023 7:28 PM)

Delhi Crime: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हत्या के 19 साल बाद आरोपी नरेंद्र उर्फ डैडी को गिरफ्तार किया है। आरोपी हरियाणा के पंचकूला का रहने वाला है और दिल्ली पुलिस का प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर है। आरोपी की उम्र 64 साल है।

रेप की कोशिश में हत्या

रेप की कोशिश में हत्या

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Delhi Lady Murder Case: हत्या की कहानी साल 2004 की है। 27 अगस्त 2004 की दोपहर दिल्ली पुलिस को खबर मिली थी कि पश्चिम विहार में एक युवती की लाश मिली है। महिला के चेहरे, सीने पर चोट के निशान थे। महिला का दुबट्टे से गला घोंटा गया था। घटना के वक्त मृतका प्रवीन घर में अकेली थी। वह ऑल इंडिया रेडियो के एक कर्मचारी गुलशन की दूसरी पत्नी थीं। 

बेडरुम में मिला युवती का शव

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प्रारंभिक जांच के अनुसार यह सामने आया कि एक युवक ने उसके दरवाजे पर दस्तक दी थी जो जाहिर तौर पर युवती को जानता था क्योंकि उसने अपने 11 वर्षीय नौकर से उसे अंदर जाने के लिए कहा था। आरोपी ने नौकर को बाजार से कुछ सामान लाने के लिए बाहर भेजा गया था। कुछ देर बाद जब वह वापस आया तो उसने उस आदमी को घर से निकलते हुए देखा और अंदर जाकर देखा तो प्रवीन का शव बेडरूम में पड़ा हुआ था। 

परिवार समेत हुआ फरार

मृतक के पति गुलशन के पहली शादी से दो बेटे और एक बेटी थी। मृतक के साथ शादी से पहले उसका एक बेटा पहले ही कनाडा शिफ्ट हो चुका था। घटना के समय उसके दो अन्य बेटे स्कूल में थे। पूछताछ में घर में आने वाले आरोपी की पहचान नरेंद्र उर्फ ​​डैडी निवासी विष्णु गार्डन, दिल्ली के रूप में हुई। पुलिस जैसे ही नरेंद्र के घर पहुंची तो पता चला कि घटना की तारीख से पूरा परिवार लापता है। घटना वाले दिन परिवार अपना सामान घर में छोड़ किराए का मकान छोड़कर चला गया है। नरेंद्र उर्फ ​​​​डैडी का आगे का पता मकान नंबर- 170, पीर बंदा मोहल्ला, सलीम तबरी, लुधियाना, पीबी के दर्ज पाया गया। पुलिस की कई कोशिशों के बाद दिल्ली की अदालत ने 28 फरवरी 2007 को नरेंद्र प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर घोषित कर दिया। 

गुमराह करता रहा कातिल

स्पेशल सेल की टीम के निरंतर प्रयासों के परिणाम सामने आए और 10 मार्च 2022 को मुखबिरों की मदद से पुलिस को नरेंद्र का सुराग मिल गया। जानकारी मिलते ही स्पेशल सेल की टीम ने तुरंत कालका, पंचकुला, हरियाणा के लिए रवाना हो गई और पंचकूला से नरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के समय नरेंद्र उर्फ ​​डैडी ने पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की कि वह वह व्यक्ति नहीं है जिसे पुलिस ढूंढ रही है। आरोपी ने गिरफ्तारी के दौरान हंगामा करने की भी कोशिश की ताकि वो पुलिस की आंख में धूल झोंक सके। 

दोस्त की बीवी पर बुरी नजर

आरोपी नरेंद्र सेल्समैन का काम कर रहा था। आरोपी के पिता का निधन वर्ष 1984 में हो गया था। उसकी माता 85 वर्ष की गृहिणी हैं। नरेंद्र ने 7वीं तक की पढ़ाई की। वह शादीशुदा है और उसका एक बेटा चांद उर्फ ​​जतिन और दो बेटियां हैं। दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है। जैसा कि आरोपी ने खुलासा किया, वह गुलशन (मृतक के पति) को पहले से जानता था क्योंकि उसका परिवार 1997 तक कृष्णा नगर, दिल्ली में उसी इलाके में रह रहा था। उसके बाद नरेंद्र का परिवार विष्णु गार्डन, दिल्ली में रहने लगा था। 

दोस्त की पत्नी से बनाना चाहता था रिश्ते

2004 में कई वर्षों के अंतराल के बाद यानि हत्या की इस घटना के एक महीने पहले नरेंद्र अपने चचेरे भाई सुरेंद्र के साथ गुलशन से उनके कॉमन फ्रेंड के बेटे की शादी में मिला था। इसी दौरान उन्हें पता चला कि गुलशन ने दूसरी शादी कर ली है। जैसे ही उनके चचेरे भाई सुरेंद्र ने उन्हें गुलशन की पत्नी प्रवीन से मिलवाया तो नरेंद्र गुलशन की पत्नी की खूबसूरती पर फिदा हो गया।

बेडरुम मेंं घुसकर रेप की कोशिश

यही वजह थी कि नरेंद्र गुलशन की पत्नी से रिश्ते बनाना चाहता था। प्लानिंग के मुताबिक घटना के दिन जब नरेंद्र दिल्ली के पश्चिम विहार स्थित पीड़िता के घर गया और उसने नौकर को सामान लाने के लिए बाजार भेजा। घर में प्रवीन को अकेला देख नरेंद्र अपने आप पर काबू नहीं रख सका और उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए जबरदस्ती करने लगा। जैसे ही उसने प्रवीन को अपने पास में घसीटा तो प्रवीन ने विरोध किया और उसके खिलाफ शिकायत करने की धमकी दी और मदद के लिए रोने चीखने की भी कोशिश की। 

चुन्नी से गला दबाकर हत्या

प्रवीन की चीख चिल्लाहट देखकर नरेंद्र ने उसके गले में दुपट्टा लपेट दिया और उसे बिस्तर पर धकेल दिया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद वह फौरन फ्लैट से फरार हो गया। हत्या के बाद वहां से वह सीधे अपने किराए के मकान के विष्णु गार्डन आया और अपने पूरे परिवार को जम्मू ले गए। वहां से वह पंजाब के लुधियाना में शिफ्ट हो गया। लेकिन जैसे ही उन्हें पता चला कि पुलिस टीम लुधियाना में छापा मारने वाली और आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए तुरंत घर खाली कर कहीं और फरार हो गया था। 

 

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