UP Paper Leak DG Removed: उत्तर प्रदेश पुलिस की अफसर आईपीएस रेणुका मिश्रा को उनके पद से हटा दिया गया है। उन्हें 14 जून 2023 को महानिदेशक और अध्यक्ष उप्र पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड की जिम्मेदारी सौंपी गई थीं।
यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक केस में हुआ बड़ा एक्शन, DG को भर्ती बोर्ड के पद से हटाया गया
UP Paper Leak DG Removed: यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में देरी से एफआईआर होने पर उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को पद से हटा दिया गया है।
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रेणुका मिश्रा 1990 बैच की आईपीएस अफसर
05 Mar 2024 (अपडेटेड: Mar 5 2024 2:40 PM)
दरअसल, यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया। इसके बाद ही उन्हें इस पद से हटाया गया है। उनकी जगह राजीव कृष्ण को भर्ती बोर्ड की जिम्मेदारी दी गई है। Ro/ARO भर्ती परीक्षा में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने आंतरिक जांच के बाद परीक्षा नियंत्रक को हटाया था और एफआईआर भी दर्ज करवा दी थी।
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कौन है रेणुका मिश्रा?
रेणुका मिश्रा 1990 बैच की आईपीएस अफसर हैं। 20 अगस्त 1990 को पुलिस विभाग में उन्होंने ज्वॉइन किया था। साल 2021 में रेणुका मिश्रा का प्रमोशन हुआ था, जिसके बाद उन्हें डीजी का पद मिला था।
इसी दौरान रेणुका मिश्रा को स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) की जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी। इसके बाद उप्र पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड की जिम्मेदारी दी गई।
वो 2005 में डीआईजी, 2010 में आईजी, 2014 में एडीजी और 2021 में डीजी के पद पर आसीन हुई थी। रेणुका मिश्रा को कई पुरस्कारों से सम्मानित भी किया जा चुका है। उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक, भारतीय पुलिस पदक जैसे अवार्ड अपने नाम किए हुए हैं।
17 और 18 फरवरी 2024 को यूपी में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था। इसके बाद इसका पेपर कई घंटों पहले सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा था। इसके बाद पूरे राज्य में छात्रों ने जमकर हंगामा किया।
करीब 50 लाख अभ्यार्थियों ने ये पेपर दिया था। करीब 60 हजार पदों के लिए ये परीक्षा आयोजित की गई थी। इसके बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने परीक्षा को निरस्त करने का आदेश दिया था और ये कहा था कि ये परीक्षा 6 महीने में दोबारा कराई जाए।
जांच कमेटी की रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि परीक्षा रद्द होने के बाद से भर्ती बोर्ड की इंटर्नल असेसमेंट कमेटी रिपोर्ट नहीं दे पाई थी और ना ही समय पर मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
उधर, RO/ARO पेपर भी लीक हुआ था। यूपी के 56 जिलों में बीते 11 फरवरी को हुई RO-ARO यानी समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा को लेकर सरकार ने कड़ा फैसला लिया था। इसको लेकर भी कड़ा एक्शन लिया गया है।
पेपर लीक के आरोप के साथ यूपी लोक सेवा आयोग के प्रयागराज स्थित दफ्तर अभ्यर्थियों ने घेर लिया था। 29 फरवरी को आगरा में इंटरमीडिएट में जीव विज्ञान और गणित का पेपर लीक होने का भी मामला सामने आया था, जिसको लेकर उत्तर प्रदेश बोर्ड ने जांच कमेटी गठित की है।
इससे पहले यूपी एसटीएफ की टीम ने पुलिस भर्ती परीक्षा लीक करने वाले गिरोह के दो आरोपियों को धर दबोचा था। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की पहचान प्रयागराज के रहने वाले अजय सिंह चौहान और सोनू सिंह यादव के रूप में की गई थी।
एक साथ इतने पेपर लीक होने के बाद कई सवाल खड़े हो गए है। खासकर यूपी सरकार इसको लेकर चिंतित है। इसी वजह से कड़ा एक्शन लिया गया है।
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