सागर धनकड़ हत्याकांड का आरोपी और तिहाड़ जेल में बंद सुशील कुमार की एक ख़्वाहिश जल्दी ही पूरी हो गई है. दो बार ओलंपिक पदक जीतने वाले सुशील कुमार को जेल वार्ड के कॉमन एरिया में टीवी देखने की इजाजत दे दी गई है. सुशील कुमार को 23 जुलाई से शुरू हो रहे ओलंपिक खेल को देखने के लिए बृहस्पतिवार (22जुलाई) को अपने वार्ड के कॉमन एरिया में टेलीविजन देखने की अनुमति मिल गई है.
तिहाड़ में टीवी देखकर अब मौज लेगा सागर धनकड़ हत्याकांड का आरोपी पहलवान सुशील कुमार
sagar dhankar murder case gest permission to watch tv in tihar jail
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22 Jul 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:01 PM)
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टोक्यो ओलंपिक शुक्रवार को शुरू होगा जिसके लिए हत्यारे सुशील कुमार ने जेल अधिकारियों से अनुरोध किया था कि उसे कुश्ती देखने की अनुमति मिल जाए. उसने अधिकारियों से अनुरोध किया था कि टोक्यो ओलंपिक की हर अपडेट पता रहने के लिए उसके सेल में एक टीवी सेट दे दिया जाए.
इस मामले में तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल का कहना है कि, कॉमन एरिया में सुशील कुमार के लिए टीवी की अनुमति दे दी गई है. पहलवान सुशील ने अपने वकील के ज़रिए 2 जुलाई को ये अनुरोध किया था. सुशील ने जेल के बाहर वर्तमान घटनाओं और कुश्ती के बारे में अपडेट रहने के लिए एक टीवी सेट की मांग की थी, जिसे मान लिया गया है.
सिर्फ़ टीवी ही नहीं आपको बता दें कि, पिछले महीने सुशील ने स्पेशल डाइट और फूड सप्लीमेंट मुहैया कराने के लिए भी कोर्ट में याचिका दायर की थी. जिसे रोहिणी कोर्ट द्वारा खारिज कर दिया गया था.
स्पेशल डाइट और फूड सप्लीमेंट मुहैया कराने के मामले में कोर्ट ने कहा था कि, जेल में जो जरूरी चीजें हैं वे मुहैया कराई जा रही हैं. इसके बाद पहलवान सुशील कुमार ने तिहाड़ जेल में अपने लिए हाई सिक्योरिटी सेल की मांग भी की थी. दिल्ली के रोहिणी कोर्ट ने सुशील कुमार की याचिका पर फैसला सुरक्षित कर लिया था. मामले की सुनवाई के दौरान आरोपी पहलवान के वकील ने कोर्ट से कहा था कि जेल में आरोपी सुशील कुमार की जान को खतरा है, लिहाजा उसे बाकी आरोपियों की तरह जेल में नहीं रखना चाहिए.
इस याचिका पर तिहाड़ जेल की तरफ से कोर्ट में कहा गया था कि सुशील कुमार की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें दूसरे कैदियों से अलग सेल में ही रखा गया है. बता दें कि सुशील कुमार इस वक़्त तिहाड़ के जेल नंबर 2 के एक हाई सुरक्षा सेल में बंद है. सुशील कुमार को देश दुनिया की हर ख़बर से अपडेट रखने के लिए अभी जेल के अंदर जेल मैन्यूल के हिसाब से ही अख़बार मुहैया करवाया जा रहा है.
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