Pakistan News: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की मुश्किलें कम नहीं हो रही है। 3 नवंबर को इमरान खान पर हुए जानलेवा हमले (Attack) के बाद अब पुलिस (Pakistan Police) इमरान खान के सामने तनकर खड़ी हो गई है। और FIR दर्ज करने के मामले में मामला फंसा हुआ है।
कौन है पाकिस्तान का मिस्टर Z...और क्यों नहीं लिखी जा रही इमरान खान की FIR, ये है वजह... 3 नवंबर के हमले के तीन मास्टरमाइंड!
Attack on Imran Khan: पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान एक FIR नहीं लिखवा सकते, उन्हें पता है जिन लोगों ने जानलेवा साज़िश रची उसमें से एक नाम ऐसा है जिससे पाकिस्तान की पुलिस भी कांपती है
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07 Nov 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:29 PM)
क्योंकि इमरान खान का इल्जाम है कि पुलिस अब एफआईआर ही दर्ज करने में न सिर्फ आनाकानी कर रही है बल्कि खुलकर वो एक बात को लेकर अड़ गई है।
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इमरान खान का कहना है कि लॉन्ग मार्च के दौरान उन पर हुए जान लेवा हमले के सिलसिले में वो जो FIR दर्ज कराना चाहते हैं पुलिस उससे इनकार कर रही है। बल्कि पुलिस अपने हिसाब से FIR दर्ज करना चाहती है।
इमरान खान का कहना है कि पुलिस इस बात को लेकर अड़ी हुई है कि जब तक उनकी एफआईआर से मेजर जनरल फैजल नसीर का नाम नहीं हटाया जाता तब तक उनकी एफआईआईआर लिखी ही नहीं जाएगी।
News of ISI: 3 मार्च को लाहौर की तरफ मार्च कर रहे इमरान खान पर जानलेवा हमला हुआ था और उन पर गोलियां दागी गई थी. जिनमें से एक गोली उनके पैर पर भी लगी थी। बाद में उस हमलावर को भीड़ ने पकड़ लिया था। इमरान खान का इल्जाम है कि इस हमले के पीछे दिमाग मेजर जनरल फैजल नसीर का है। और उन्हीं के इशारे पर इस हमले को अंजाम दिया गया था।
इमरान खान ने बाकायदा अपनी लिखित शिकायत में पाकिस्तान के मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ, गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह और मेजर जनरल फैजल नसीर पर इल्ज़ाम लगाया है। इमरान खान का कहना है कि इन तीनों ने ही मिलकर उनकी हत्या की साज़िश रची। ये हत्या ठीक उसी तर्ज पर रची गई है जिस तरह 2011 में पंजाब के पूर्व गवर्नर सलमान तासीर को मौत के घाट उतारा गया था।
लेकिन इमरान खान का आरोप है कि पुलिस को बाकी सियासी नामों से कोई फर्क नहीं पड़ता। मगर मेजर जनरल फैजल नसीर के नाम पर पुलिस सबसे ज़्यादा डर रही है। असल में फैजल जनरल पाकिस्तान की बदनाम एजेंसी ISI का ब्रेन कहलाता है। वो इस वक़्त आईएसआई का डायरेक्टर जनरल काउंटर इंटेलिजेंस है। असल में आईएसएआई के इस अफसर पर पाकिस्तान के भीतरी सुरक्षा का ज़िम्मा है।
Attack on Imran Khan: लेकिन आईएसआई के पाकिस्तान में होने वाले तमाम बड़े ऑपरेशन का मास्टरमाइंड भी कहा जाता है। तभी तो उसे पाकिस्तान की फोर्स में डर्टी हैरी या मिस्टर जेड (Mister Z) के खुफिया नाम से भी पुकारा जाता है।
पाकिस्तान पर बारीक नज़र रखनेवालों की मानें तो जब तक पाकिस्तान में जनरल बाजवा के हाथ में सेना की कमान है तब तक फैजल नसीर का कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। और ये बात इमरान खान को भी अच्छी तरह से पता है क्योंकि खुद इमरान खान ने प्रधानमंत्री रहते हुए जनरल बाजवा की उस सिफारिश पर दस्तखत किए थे जिस पर फैजल नसीर को तरक्की दिए जाने की इबारत दर्ज थी।
ISI के इस अहम पद पर लाने वालों में खुद इमरान खान भी एक थे। लिहाजा अब फैजल नसीर के खिलाफ इमरान अगर कुछ भी करना चाहते हैं तो उन्हें जनरल बाजवा को रास्ते से हटाना पड़ेगा, जो कि फिलहाल उनके लिए नामुमकिन है। रावलपिंडी का रहने वाला फैजल नसीर 1992 में पाकिस्तान की फौज में कमीशंड अफसर बना था।
ISI Mastermind: फैजल नसीर की शुरूआती तैनाती कराची, बलूचिस्तान और कबायली इलाके में ज़्यादा रही है। लिहाजा फैजल नसीर का फौजी रुतबा पाकिस्तान में काफी अहम माना जाता है। फैजल नसीर शुरू से ही पाकिस्तान की इंटेलिजेंस सर्विस से जुड़े रहे।
लिहाजा खुफिया महकमे में काम करना और उसकी बारीकी को समझना और उसका इस्तेमाल करना फैजल नसीर को बखूबी आता है। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में पाकिस्तान फौज के चलाए गए अनगिनत ऑपरेशन की सारी रूपरेखा फैजल नसीर ने खुद लिखी है लिहाजा फैजल को पाकिस्तान के भीतर सुपर स्पाई का दर्जा मिला हुआ है। ये और बात है कि बलूचिस्तान के फैजल के तमाम ऑपरेशन हरदम सवालों से घिरे रहे।
फिलहाल तो इमरान खान इस वक़्त अपने खिलाफ हुए हमले की एक एफआईआर लिखवाने के लिए भटक रहे हैं। इमरान ये बात अच्छी तरह से जानते हैं कि मिस्टर Z के रहते हुए न तो उनकी एफआईआर लिखी जा एगी और आने वाले दिनों में उनके खिलाफ और भी तगड़े और ताबड़तोड़ हमले हो सकते हैं।
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