Video: झारखंड कैश कांड में अब तक 38 करोड़ बरामद! नौकर और पीएस गिरफ्तार, क्या ईडी मंत्री आलमगीर को करेगी गिरफ्तार?

CHIRAG GOTHI

07 May 2024 (अपडेटेड: May 7 2024 5:12 PM)

Jharkhand ED Raid 35 Crore Seized: झारखंड कैश कांड में 35 करोड़ जब्त होने के बाद ED ने आरोपियों के दूसरे ठिकाने से 2.13 करोड़ बरामद किए। 

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Jharkhand Cash 35 Crore Seized: झारखंड कैश कांड में 35 करोड़ रुपये जब्त होने के बाद ED ने आरोपियों के दूसरे ठिकाने से 2.13 करोड़ बरामद किए हैं। इस मामले में झारखंड सरकार में मंत्री आलमगीर आलम के PS संजीव लाल और नौकर जहांगीर आलम को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनके खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा रही है।

पांच-पांच सौ के नोटों में कुल 38 करोड़! 

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बरामद हुए कैश में अधिकांश नोट 500 रुपये के थे। केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवान उस इमारत के बाहर अब भी पहरा दे रहे हैं जिसके 2 बीएचके फ्लैट से कैश की बरामदगी हुई है। छापे के वक्त आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल का घरेलू नौकर जहांगीर आलम इस जगह पर रह रहा था। ये फ्लैट किसके नाम पर है, इसकी जांच जारी है। सूत्रों ने बताया कि जिस परिसर में नकदी मिली है उसकी चाबियां संजीव लाल के फ्लैट से जब्त की गई थीं। दिलचस्प बात ये है कि महज 15 हजार सैलरी पाने वाले मंत्री के पीएस के नौकर के घर से ये नोटों की गड्डियां मिली हैं। ईडी ने बीते साल मई महीने में चीफ इंजीनियर के यहां 10 हजार रुपये की रिश्वत के मामले में छापेमारी की थी। तब पता चला था कि असली प्लेयर तो मंत्री जी हैं। रिश्वत का सारा पैसा इन्हीं के पास पहुंचाया जाता है।

मंत्री की गिरफ्तारी कब?

जांच के दौरान ही आलमगीर के निजी सचिव संजीव लाल का नाम सामने आया और अब संजीव लाल के घर में काम करने वाले नौकर के यहां ये कैश बरामद हुआ है। आलमगीर आलम पाकुड़ विधानसभा से कांग्रेस के चार बार विधायक रहे हैं और अभी झारखंड सरकार में संसदीय कार्य और ग्रामीण विकास मंत्री हैं। इससे पहले आलमगीर आलम 20 अक्टूबर 2006 से 12 दिसंबर 2009 तक झारखंड विधानसभा अध्यक्ष भी रहे थे। आपको याद होगा कि दिसंबर 2023 में भी झारखंड में भारी मात्रा में कैश बरामद हुआ था। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और कारोबारी धीरज साहू के ठिकानों से इनकम टैक्स विभाग ने 350 करोड़ से ज्यादा कैश बरामद किया था। तब ये मामला सुर्खियों में आया था। अब इस मामले ने सुर्खियां बटोरी है। अब ईडी बरामद हुए कैश के सोर्स का पता कर रही है। पर सबसे बड़ा सवाल ये है कि ये पैसा कब-कब और कहां-कहां से बटोरा गया और इस गोरखधंधे में कितने लोग शामिल थे?

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