Stock Market Crash Due To War : इजरालय ने ईरान पर जवाबी कार्रवाई करते हुए मिसाइल से हमला कर दिया। हालात जंग के बनते ही दुनिया भर के बाजारों में हड़कंप मच गया। हालांकि जंग के बादल हिन्दुस्तान से करीब तीन हजार किलोमीटर दूर आसमान पर मंडरा रहे हैं, लेकिन उस जंग की आहट से भारत के बाजार धड़ाम होते दिखाई पड़ने लगे। इजरालय ने ईरान पर जवाबी कार्रवाई क्या की, भारत के शेयर बाजार में इसका असल देखने को मिला।
Iran Israel War: इजराइल ने मिसाइलें दागी, भारत में बाजार धड़ाम
Iran Israel War: ईरान और इजराइल के बीच जंग के बादलों को घिरता देखकर दुनिया भर में हड़कंप मच गया है, इस जंग की आशंका के मद्देनजर भारत में बाजार धड़ाम हो गए।
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ईरान के न्यूक्लियर प्लांट पर इजरायल की नजर
19 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 19 2024 11:25 AM)
बाजार में ब्लड बाथ
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सेंसेक्स और निफ्टी में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई। शुरुआती कारोबार में ही शेयर बाजार धड़ाम हो गया। Sensex 489 अंक गिरकर 71,999.65 पर खुला जबकि 600 अंक के आस पास की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। वहीं निफ्टी 200 अंक से ज्यादा गिरकर 21,788.25 पर कारोबार कर रहा है। शेयर बाजार पर नजदीकी नज़र रखने वालों का कहना है कि इसे ही शेयर बाजार की भाषा में ब्लड बाथ भी कहा जाता है। यानी अगर जंग का ये असर यहां देखने को मिला तो शेयर बाजार पर इसका जबरदस्त असर देखने को मिलेगा।
ईरान के न्यूक्लियर प्लांट पर निशाना
राजधानी तेहरान से दक्षिण में मौजूद शहर इस्फहान के एयरपोर्ट के पास धमाकों की आवाज सुनाई दी है। हालांकि, इजराइल ने अब तक इसकी पुष्टि नहीं की है। इस्फहान वही प्रांत है, जहां नाटान्ज समेत ईरान की कई न्यूक्लियर साइट्स मौजूद हैं। नाटान्ज ईरान के यूरेनियम प्रोग्राम का मुख्य हिस्सा है। इससे पहले 14 अप्रैल को ईरान ने इजराइल पर 300 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन्स से हमला किया था। इस दौरान उन्होंने इजराइल के नेवातिम एयरबेस को टारगेट किया था, जहां कुछ नुकसान भी हुआ था।
जवाबी कार्रवाई की घोषणा
हालांकि, इजराइल अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन की मदद से ईरान के 99% हमले को रोकने में कामयाब रहा था। ईरान के हमले के बाद इजराइल ने बदला लेने की चेतावनी दी थी। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान पर जवाबी कार्रवाई की घोषणा की थी, प्लानिंग के लिए वॉर कैबिनेट के साथ 5 बैठकें भी की थीं।
निशाने पर ईरान का मिलिट्री बेस
दावा किया जा रहा है कि ईरान के निशाने पर था मिलिट्री बेस था। अमेरिकी मीडिया न्यूयॉर्क टाइम्स ने इजराइल के तीन अधिकारियों के हवाले से दावा किया गया है कि एयरस्ट्राइक में ईरान के इस्फहान प्रांत में मौजूद मिलिट्री बेस को निशाना बनाया गया था। हालांकि इस हमले के दावे से कुछ मिनट पहले ही यरुशलम में अमेरिकी दूतावास ने सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया। अमेरिकी दूतावास के कर्मचारियों और उनके परिवार को तेल अवीव, यरुशलम और बीरशेबा के इलाके में न जाने की सलाह दी गई है।
जंग का अंजाम कोई नहीं जानता
रात के अंधेरे में आसमान में आतिशबाजी सा मंजर असल में मौत की आहट है और ये आहट अब इरान और इजरायल के साथ-साथ दुनिया भर को सुनाई पड़ रही है। अगर इजरायल ने ईरान के इस हमले का बदला लिया, तो फिर दुनिया में एक ऐसी जंग की शुरुआत हो जाएगी... जिसे शायद रोकना नामुमकिन हो जाए... क्योंकि इस जंग में एक तरफ इजरायल के साथ अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे ताकतवर पश्चिमी देश होंगे, तो वहीं दूसरी तरफ ईरान के साथ लेबनान, सीरिया और फिलिस्तीन जैसे पड़ोसी देश... इन दोनों खेमों की तुलना करने पर सैन्य ताकत में बेशक ईरान, इजरायल पर भारी नजर आता हो, लेकिन चूंकि इजरायल को पश्चिमी देशों का साथ है और वो खुद एक मजबूत न्यूक्लियर पावर है। ईरान के पास अधिकारिक तौर पर परमाणु बम होने के कोई प्रमाण नहीं हैं... हालांकि इसके बावजूद कल को अगर ईरान और इजरायल के बीच फुल-फ्लेजेड जंग की शुरुआत हो गई तो इसका अंजाम क्या होगा, ये कोई नहीं जानता।
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