700 करोड़ टर्नओवर वाली कंपनी ने 3.5 करोड़ की पेनल्टी के लिए कराया इंजीनियर का क़त्ल

Haryana company manager arrested for nhai engineer murder

CrimeTak

04 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:04 PM)

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जयपुर से संवाददाता शरत कुमार की रिपोर्ट

सरेआम एक इंजीनियर के क़त्ल की वारदात ने जयपुर पुलिस के होश उड़ा दिए। मामले को सुलझाने के लिए तुरंत पुलिस की 6 टीमें बनाई गईं जिसमें 200 पुलिसवाले शामिल थे। केस पूरी तरह से ब्लाइंड था लिहाजा पुलिस टीम ने सबसे पहले मौका-ए-वारदात के आसपास की सीसीटीवी फुटेज और उन मोबाइल फोन्स का पता लगाना शुरु किया जो उस वक्त इलाके में एक्टिव थे।

पुलिस ने करीब दो सौ मोबाइल का डाटा अपने पास लिया। राजिन्द्र चावला के बारे में पता किया गया तो मालूम चला कि वो गुरुग्राम की एक मल्टीनेशल कंपनी में बतौर कंसलटेंट काम करते हैं जो बड़े-बड़े प्रोजेक्ट में कंसल्टेंसी दिया करते थे। ये भी मालूम चला कि उनकी पत्नी और दो बच्चे विदेश में रहते हैं और वो यहां पर अकेले रहा करते थे।

पुलिस को हत्या में कोई निजी एंगल नजर नहीं आ रहा था लिहाजा पुलिस ने राजिन्द्र चावला से जुड़ी सभी फाइलों को पढ़ना शुरु किया। पुलिस को एक फाइल मिली जिसमें राजिन्द्र चावला ने काम देरी से पूरा करने और ठीक तरह से पूरा ना करने की वजह से E5 INFRASTRUCTRE PRIVATE LIMITED कंपनी पर चावला ने साढ़े तीन करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था।

हिसार की इस कंपनी का कॉर्पोरेट ऑफिस गुरुग्राम में था। ये कंपनी करनदीप शेरोन की थी और इसमें नवीन बिसला, विकास सिंह और अमित नेहरा बतौर कर्मचारी काम किया करते थे ।

करनदीप की कंपनी को दिल्ली-जयपुर हाईवे पर 14 फुट ओवर ब्रिज (FOB) बनाने का ठेका मिला था। काम पूरा होने में देरी हो रही थी साथ ही करनदीप FOB का डिजाइन भी चेंज करना चाहता था। उसको ये ठेका 35 करोड़ रुपये का मिला था। राजिन्द्र चावला डिजाइन चेंज करने के लिए राजी तो थे लेकिन उनका कहना था कि अगर डिजाइन चेंज की जाएगी तो फिर करनदीप की कंपनी को पेमेंट भी कम किया जाएगा।

इस बात को लेकर दोनों की बीच ठन गई और राजिन्द्र चावला ने करनदीप की कंपनी पर साढ़े तीन करोड़ की पेनल्टी लगा दी। इस बात से करनदीप बेहद नाराज हुआ और उसने 15 लाख रुपये में कंसलटेंट राजिन्द्र चावला के कत्ल की सुपारी भाड़े के हत्यारों को दे दी।

26 अगस्त को इस वारदात को अंजाम दिया गया और करनदीप की कंपनी का एक कर्मचारी ही शूटरों को जयपुर लेकर पहुंचा था। ऐसा नहीं है कि करनदीप ने साढ़े तीन करोड़ रुपये के नुकसान की वजह से राजिन्द्र चावला का क़त्ल कराया हो बलकि उसे चिंता इस बात की थी पेनल्टी लगने के बाद कंपनी की reputation मार्केट में बेहद खराब हो जाएगी।

पुलिस के मुताबिक पिछले साल ही करनदीप की कंपनी ने 700 करोड़ रुपये का टर्नओवर किया था। उसका काम देश के कई राज्यों और नेपाल में भी चल रहा था। फिलहाल पुलिस उन दोनों शूटरों की तलाश कर रही है जो राजिन्द्र की हत्या के बाद से ही फरार हैं।

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