Tehran: ईरान में हेलिकॉप्टर क्रैश में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और उनके सबसे भरोसेमंद और नजदीकी विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियान की मौत की खबर के खुलासे के कुछ ही देर बाद पूरी दुनिया की नज़रें इजरायल पर टिक गईं। सोशल मीडिया पर कयासों का सिलसिला चल निकला और ईरान में हेलिकॉप्टर हादसे के लिए इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद को निशाने पर लिया जाने लगा। देखते ही देखते हैशटैग मोसाद दुनिया भर में सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा। ईरानी राष्ट्रपति की हादसे में मौत को लेकर सोशल मीडिया से लेकर सियासी गलियारों तक अंदेशे और अटकलों का बाजार गर्म था।
क्या मोसाद ने लेजर बीम से गिराया राष्ट्रपति रईसी का हेलिकॉप्टर? हवा में उड़ने लगे कई कयास!
Helicopter Crash Conspiracy Theories: इजरायल और ईरान की दुश्मनी किसी से छिपी हुई नहीं है। ईरान के राष्ट्रपति रईसी की मौत को लेकर साजिशों की अटकलें रुक नहीं रही हैं। अंतरिक्ष से लेजर वेपन के जरिए हेलिकॉप्टर को क्रैश करने से लेकर ईरान की घरेलू सियासत तक तमाम कयास हवा में तैर रहे हैं।
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• 07:40 PM • 21 May 2024
अंतरराष्ट्रीय साजिश की अटकलें
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अफवाहों और अटकलों को लेकर सबकी अपनी-अपनी थ्योरी हैं। कुछ लोग इसे पड़ोसी मुल्क की साजिश बताने लगे तो कुछ ने इसे अंतरराष्ट्रीय साजिश से जोड़ दिया। हालांकि कुछ जानकार तो इसके पीछे ईरान की अंदरूनी सियासत को जिम्मेदार ठहराते हैं। इजरायल की तरफ उठी दुनिया भर की उंगलियों का असर ये हुआ कि हेलिकॉप्टर क्रैश में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत की पुष्टि होने के कुछ घंटों बाद ही इजरायल के एक अधिकारी को सफाई देनी पड़ी कि ईरानी राष्ट्रपति की एयर क्रैश से हुई मौत में हमारा कोई हाथ नहीं है।
मोसाद का नाम सबसे आगे
इजरायल और ईरान कट्टर और जानी दुश्मन है ये बात दुनिया अच्छी तरह जानती है। ऐसे में शिया मुल्क ईरान में हुए इस हादसे के बाद लाजिमी तौर पर इजरायल को सबसे पहले संदेह की नजरों से देखा गया और चूंकि इजरायल की खुफिया एजेंसी ऐसे ऑपरेशन करने के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है लिहाजा ईरान के राष्ट्रपति रईसी की हेलिकॉप्टर हादसे में मौत को मोसाद की चाल मान कर देखा जा रहा है। और यही वजह है कि इस हादसे के बाद तमाम अटकलें लगाई जा रही हैं।
अकेले राष्ट्रपति का हेलिकॉप्टर क्यों क्रैश हुआ?
हालांकि अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए और अमेरिका की सबसे बड़ी जांच एजेंसी एफबीआई के हवाले से बीबीसी ने लिखा है कि इस हादसे के लिए वहां का खराब मौसम जिम्मेदार हो सकता है। क्योंकि हेलिकॉप्टर के लिए विजिबिलिटी कम से कम 800 मीटर होनी चाहिए। जहां हादसा हुआ वहां विजिबिलिटी महज पांच मीटर ही थी। लेकिन उसी वक्त ये बात भी सामने आई कि जब राष्ट्रपति के इस हेलिकॉप्टर के काफिले में तीन हेलिकॉप्टर थे जिनमें से दो उसी विजिबिलिटी के बीच से निकलकर सुरक्षित चले गए तो फिर अकेले राष्ट्रपति रईसी का ही हेलिकॉप्टर क्यों क्रैश हुआ?
लेजर वेपन से गिराया हेलिकॉप्टर?
रईसी की मौत को लेकर साजिशों की अटकलें इस कदर तेज हो गईं कि इस हादसे को अंतरिक्ष से लेजर वेपन के जरिए ईरानी राष्ट्रपति के हेलिकॉप्टर को मार गिराने की थ्योरी भी सामने आई। सोशल मीडिया पर ये कहा जा रहा है कि लेजर वेपन की मदद से राष्ट्रपति रईसी के हेलिकॉप्टर को क्रैश कराया गया। ये बात भी नहीं भूलनी चाहिए कि इजरायल और ईरान की दुश्मनी इस दौर में अपने चरम पर है। क्योंकि रईसी के राष्ट्रपति रहते ही इजरायल के खिलाफ ईरान ने मिसाइलें तक दागी हैं और बात जंग की कगार तक जा पहुँची थी। कहा तो यहां तक जा रहा था कि अपनी इसी बेइज्जती का बदला लेने के लिए इजरायल ने ईरान के खिलाफ अपना दांव चला है जो निशाने पर जा बैठा।
क्या है इजरायल का मंसूबा?
ईरान के सरकारी टेलीविजन पर सबसे पहले एक एक्सपर्ट ने राष्ट्रपति रईसी की मौत को साजिश से जोड़ा थाृ। इसके बाद से लगातार उनकी मौत को लेकर कॉन्सपिरेसी थ्योरीज सामने आ रही हैं। जबकि एक इजरायली साइंटिस्ट बेंजामिन रुबिनस्टेन का कहना है कि बेशक इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए लेकिन इस बात पर भी गौर करना जरूरी है कि इजरायल के मंसूबों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। ये बात गौरतलब है कि बेंजामिन रुबिनस्टेन ने सोशल मीडिया पर खुद को इजरायल विरोधी करार दिया है।
शक के दायरे में पायलट
ईरान के सरकारी टेलीविजन पर एक जानकार फोराद इजादी का कहना है कि किसी हेलिकॉप्टर के साथ कोई हादसा होता है तो या तो वह तकनीकी कारण से होता है या फिर खराब मौसम की वजह से। मगर यहां हालात एकदम जुदा हैं। इसीलिए इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के शामिल होने की बात हर कोई कर रहा है। इसी बीच सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने ईरानी राष्ट्रपति का हेलिकॉप्टर उड़ा रहे पायलट पर भी शक जाहिर किया है। कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब राष्ट्रपति के काफिले में शामिल दो और हेलिकॉप्टर उस मौसम में उसी पहाड़ी इलाके से सुरक्षित निकल गए तो रईसी का हेलिकॉप्टर क्रैश क्यों हुआ?
एनर्जी वेपन का इस्तेमाल
सोशल मीडिया यूजर्स ने हेलिकॉप्टर क्रैश के पीछे डायरेक्ट एनर्जी वेपन्स के इस्तेमाल को भी वजह बताया है। एक यूजर ने कहा है कि तकनीक का इस्तेमाल पहले से होता आया है। ईरान के राष्ट्रपति के हेलिकॉप्टर पर स्पेस लेजर से हमला किया गया है।
खामनेई के बेटे पर संदेह
इसी बीच ईरान के भीतर की अंतरिक गुटबाजी और सियासत को भी इस हादसे के पीछे एक वजह माना जा रहा है। ईरान के राष्ट्रपति रईसी को देश के सुप्रीम लीडर खामेनेई का करीबी माना जाता था। ऐसे में खामेनेई के बाद उन्हें ही उनका उत्तराधिकारी भी बताया जा रहा था। ईरानी पत्रकार मसीह अलीनेजाद ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि कई कॉन्सपिरेसी थ्योरीज में से एक ये भी है कि इस हादसे में खामेनेई के बेटे का भी हाथ हो सकता है, जिससे उनके लिए अपने पिता की जगह लेने का रास्ता आसान हो सके।
सोशल मीडिया पर साजिश की थ्योरीज
बहरहाल ईरान ने आधिकारिक तौर पर हेलिकॉप्टर क्रैश को हत्या की वारदात नहीं बताया है। हालांकि ईरान सरकार ने अभी तक क्रैश का कोई कारण भी नहीं दिया है। बेशक, सरकारी मीडिया भारी कोहरे और बारिश को हेलिकॉप्टर क्रैश की वजह बता रहा है मगर इसे लेकर अभी तक कोई पुख्ता सबूत सामने नहीं आया है।
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