योगी सरकार के गले की फांस बन सकती है ये खुदकुशी,सुसाइड नोट में युवती ने IPS को ठहराया मौत का जिम्मेदार

crime news IPS officer name surfaced in suicide note of bank employee in Ayodhya

CrimeTak

31 Oct 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:08 PM)

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परिवार के मुताबिक उनकी बेटी श्रद्धा गुप्ता के पांव फांसी लगाने के बावजूद जमीन पर टिके हुए थे। ऐसे में उन्हें उसकी खुदकुशी पर शक है और उन्हें लगता है कि ये मामला इतना सीधा नहीं है जितना नजर आ रहा है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की वजह साफ हो जाएगी।

पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें तीन लोगों के नाम लिखे हुए हैं और उन्हें श्रद्धा ने अपनी मौत का जिम्मेदारा ठहराया है। इस सुसाइड नोट में एसएसएफ के चीफ आशीष तिवारी का नाम लिखा हुआ है जोकि यूपी पुलिस में IPS अधिकारी हैं। आशीष पहले अयोध्या के एसएसपी भी रह चुके हैं। साथ ही फिरोजाबाद के एक पुलिस अधिकारी अनिल रावत का नाम भी लिखा हुआ है।

सुसाइड नोट में विवेक गुप्ता का नाम भी लिखा हुआ है। बताया जा रहा है कि विवेक गुप्ता के साथ श्रद्धा की शादी तय हुई थी लेकिन बाद में लड़के के चालचलन के बारे में पता चलने पर ये शादी तोड़ दी गई थी। परिवार का आरोपी है तब से विवेक श्रद्धा को परेशान कर रहा था।

पुलिस के मुताबिक साल 2015 में श्रद्धा ने बैंक की नौकरी शुरु की थी। बीच में उसने विभागीय परीक्षा दी थी जिसके बाद श्रद्धा का प्रमोशन हो गया था। साल 2018 में श्रद्धा की पोस्टिंग फैजाबाद में हो गई। मूलरुप से श्रद्धा लखनऊ के राजाजीपुरम की रहने वाली हैं और वो बीच-बीच में अपने घर जाया करती थीं।

इस मामले में पुलिस ने आरोपी विवेक गुप्ता को हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ कर रही है। अयोध्या रेंज के आईजी के पी सिंह का कहना है कि इस मामले में IPS अधिकारी आशीष तिवारी की भूमिका की भी जांच कराई जा रही है। साथ ही अनिल रावत नाम के एक पुलिस अधिकारी का भी नाम लिखा है जिसके बारे में भी तफ्तीश की जा रही है।

श्रद्धा के चचेरे भाई दीप के मुताबिक सुसाइड नोट में जिन तीन लोगों के नाम का जिक्र किया गया है उन्होंने श्रद्धा को इतना टार्चर किया जिसकी वजह से उसने खुदकुशी कर ली। दीप का आरोप है कि आशीष और अनिल विवेक के दोस्त हैं और इन दोनों ने श्रद्धा को परेशान किया था जिसकी वजह से उसने मौत को गले लगा लिया।

खुदकुशी का पता तब लगा जब 30 अक्टूबर को दूध वाला श्रद्धा के यहां पर दूध देने आया था लेकिन किसी ने काफी देर तक दरवाजा नहीं खोला। दूधवाले ने जब ये बात मकान मालिक को बताई तो उसने खिड़की से झांककर देखा तो अंदर श्रद्धा पंखे से लटकी हुई थी।

पुलिस को बुलाया गया जिसके बाद दरवाजा तोड़कर लाश को बाहर निकाला गया। श्रद्धा ने अपने दुपट्टे की मदद से सुसाइड किया था। इस मामले में IPS अधिकारी का नाम सामने आने के बाद ये अब राजनेतिक रंग लेता जा रहा है। विपक्षी पार्टियां राज्य में कानून-व्यवस्था का हवाला देकर योगी सरकार को घेरने की कोशिश कर रही हैं।

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने टीव्ट कर पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। अखिलेश ने लिखा है कि महिला बैंक कर्मचारी की सुसाइड नोट में आईपीएस अधिकारी का नाम आना गंभीर विषय है। इस मामले की न्यायिक जांच की जानी चाहिए।

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