कूड़े से बनाते थे सोना, पुलिस की पकड़ में आया गैंग तो खुला सोने की तस्करी का सबसे बड़ा राज़

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29 Aug 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:04 PM)

Chennai police busted unique racket of gold smuggling

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इसे ऐसे समझिए कस्टम विभाग के पास भी मुखबिरों की फौज होती है जो उन्हें विदेश से सोना लाने वालों का पता बताते रहते हैं । वो कस्टम विभाग के अधिकारियों को तस्कर का फ्लाइट नंबर और सीट नंबर बता देते थे। वो ये भी बता देते थे कि सोना किस चीज में छिपा कर लाया जा रहा है। बस इस जानकारी पर कस्टम विभाग विदेश से आने वाले सोने को एयरपोर्ट पर ही पकड़ पाता था।

हालांकि पिछले कई महीनों से मुखबिर की सूचना पर जिस आदमी को पकड़ा जाता उससे कस्टम विभाग सोना बरामद ही नहीं कर पाता था। कस्टम विभाग को भी समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है फ्लाइट के बीचोंबीच ही सोना कहां गायब हो जाता है।

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कस्टम विभाग को इसका जवाब मिला चेन्न्ई पुलिस से, दरअसल 24 अगस्त को चेन्नई पुलिस के कंट्रोल रुम में एक कॉल आई । कॉल करने वाले ने बताया कि उसके साथ लूट की वारदात हुई है और उसका 9 किलो सोना लूट लिया गया है।

पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां उसे सरवन्न नाम का शख्स मिला । उसने पुलिस को बताया कि दो लुटेरे उससे नौ किलो सोना लूटकर फरार हो गए हैं। हालांकि सरवन्न का हुलिया देखकर पुलिस को शक हो रहा था कि मामूली नौकरी करने वाले शख्स पर नौ किलो सोना कहां से आ सकता है। उसने पुलिस को बताया कि वो एयरपोर्ट पर नौकरी करता है।

पुलिस ने अब सरवन्न से सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपने दो साथी मोहम्मद नज़ीर और प्रभु राम का नाम बताया । पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया तो पता चला कि ये सोना तस्करी से विदेश से लाया गया था और जिस कंपनी में ये लोग काम करते हैं वो एयरपोर्ट पर कूड़ा उठाने का काम करती है।

पिछले कई दिन से ये लोग सोना तस्करों के साथ मिलकर कूड़े में सोने की तस्करी कर रहे थे लेकिन इस बार उनकी नीयत खराब हो गई और उन्होंने सोना हड़पने का प्लान बनाया और इसी वजह से लूट की झूठी खबर पुलिस और सोने के तस्कर को दी।

सरवन्न ने पुलिस को बताया कि हवाई जहाज में सफाई करने की वजह से उनकी पहुंच हवाई जहाज के हर हिस्से में रहती थी। जबकि उसके कुछ साथी हवाई जहाज के अंदर खाना पहुंचाने का काम भी करते थे। इन सबने ने मिलकर एक गैंग बना रखा था।

दरअसल सोने की तस्करी करने वाले गैंग ने ऐसे लोगों से संपर्क किया जो बेरोकटोक एयरपोर्ट में अंदर बाहर आ जा सकते हों और जिन पर कोई शक भी ना करे। साथ ही वो कोई भी सामान एयरपोर्ट से बाहर निकाल सकते हों । बस इसके बाद ही कई सोना तस्करों ने इनसे संपर्क किया और ये सोना एयरपोर्ट से बाहर निकालने के एवज में उस पर कमीशन लिया करते थे।

ऐसे करते थे काम

पुलिस की गिरफ्त में आए सरवन्न और उसके साथियों ने पुलिस को बताया कि उन्हें विदेश से आने वाले सोने के तस्कर के बारे में पहले ही जानकारी मिल जाती थी। उनको बताया जाता था कि तस्करी से आने वाला सोना कौन ला रहा है तस्कर का सीट नंबर क्या है और वो प्लेन की किस सीट में छिपा देगा या फिर एयरपोर्ट की कौन से डस्टबिन में वो सोने को छिपा कर रखेगा।

इस जानकारी के मिलने के बाद ये अपना काम करने के बहाने एयरपोर्ट और हवाई जहाज के अंदर जाते थे और वहां छिपे हुए सोने को बाहर निकाल लाते थे। एयरपोर्ट से सोने को बाहर निकालने के लिए ये उसे कूड़े में छिपा दिया करते थे। दूसरी ओर कस्टम विभाग को तस्करी की सूचना मिलती और वो सोना तस्करी करने वाले शख्स को पकड़ती तो उसके हाथ कुछ नहीं आता क्योंकि सोना इन लोगों की मदद से एयरपोर्ट से बाहर निकाल दिया जाता था।

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