नेताजी गए नामांकन करने, फिर आ गई पुलिस, उसके बाद हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा

GOPAL SHUKLA

02 May 2024 (अपडेटेड: May 2 2024 9:43 AM)

झारखंड के गिरिडीह में एक नेता जी नामांकन करने पहुँचे तो वहां पहुँच गई पुलिस। नामांकन करने के बाद नेताजी को बताया गया कि वो तो हिरासत में हैं, इसलिए सभा को संबोधित नहीं कर पाएंगे, इसका बाद शुरू हुआ हाईवोल्टेज ड्रामा।

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Jharkhand High Voltage Drama: झारखंड से एक नेताजी का बेहद ही दिलचस्प किस्सा सामने आया है। गिरिडीह में एक नेता जी निकले तो थे पर्चा भरने, लेकिन तभी वहां आ गई पुलिस और फिर गिरिडीह की कचहरी में हाईवोल्टेज ड्रामा जरूर नज़र आया। 

पर्चा भरते ही पुलिस ने दबोचा

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असल में झारखंड के गिरिडीह में लोकसभा चुनाव के लिए झारखंड खतियानी लोकतांत्रिक मोर्चा के अध्यक्ष जयराम कुमार महतो नामांकन करने पहुंचे। कचहरी में पर्चा भरने के बाद जैसे ही वो अपने समर्थकों के साथ बाहर निकले तो रांची पुलिस ने उन्हें धर दबोचा। और उन्हें हिरासत में लेने की सूचना दी। इधर नेता जी पुलिस के कब्जे में क्या आए वहां मौजूद नेता जी के समर्थकों के हंगामा काट दिया। करीब एक घंटे तक यही हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा।
बुधवार को गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से बोकारो में दो लोगों ने नामांकन किया। पहला निर्दलीय प्रत्याशी सुबोध कुमार यादव एवं दूसरा झारखंड खतियानी लोकतांत्रिक मोर्चा के अध्यक्ष जयराम कुमार महतो ने नामांकन दाखिल किया।

पुरानी एफआईआर पर एक्शन

पुलिस ने खुलासा किया कि जयराम की गिरफ्तारी नगड़ी थाना में विधानसभा घेराव को लेकर दर्ज एक पुरानी एफआईआर के सिलसिले में हुई। नेता जी के खिलाफ 48/22 का पर्चा दाखिल है। डीएसपी अरविंद कुमार के नेतृत्व में रांची पुलिस की टीम बोकारो समाहरणालय के बाहर पहले से मुस्तैद थी। मीडिया के सामने जयराम ने कहा कि बिना किसी पूर्व सूचना के उन्हें गिरफ्तारी की बात की जा रही है। गिरफ्तारी की सूचना मिलने के बाद जयराम महतो के समर्थक हो हंगामा करने लगे। जयराम महतो का कहना था कि वह पहले चुनावी सभा करेंगे। इसके बाद वे अपनी गिरफ्तारी देंगे, जबकि रांची पुलिस के अधिकारियों का कहना था कि चूंकि वे गिरफ्तार हो चुके हैं। इसलिए, उन्हें सभा की अनुमति नहीं दी जा सकती है।

एक घंटे तक चली मान मनौवल

इस बात को लेकर दोनों के बीच लगभग एक घंटे तक मान-मनौवल चलती रही। इसके बाद बेबस पुलिस के अधिकारियों ने जयराम को इस शर्त के साथ छोड़ दिया कि वह सभा करने के बाद वे स्वयं रांची पुलिस के सामने सरेंडर करेंगे। हंगामे के डर से पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने जयराम महतो की शर्त को माना।

नेता जी के समर्थक भी गिरफ्तारी देने पर अड़े

जयराम अपने वाहन से सभा स्थल तक गए। यहां उन्होंने अपने समर्थकों को संबोधित किया और भाजपा व झामुमो प्रत्याशियों पर आरोप जड़ा कि उनके दबाव में पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची है। इसके लिए वैधानिक नियम को पूरा नहीं किया गया। हालांकि गिरफ्तारी को लेकर उनके समर्थक अड़ गए कि जयराम के साथ उनकी भी गिरफ्तारी होनी चाहिए। फिलहाल, समर्थकों से घिरे जयराम महतो को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है, जबकि डीएसपी अरविंद कुमार का कहना था कि जयराम कुमार महतो को पूरे मामले की पूर्व से जानकारी दी गई है। पुलिस ने सभी कानूनी पहलुओं और प्रावधानों को पूरा किया है। 
 

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