प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या किसने करवाई...उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने काफी हद तक तस्वीर का धुंधलका हटा दिया है और जो अक्स निकलकर सामने आ रहा है उसके मुताबिक इस हत्याकांड के पीछे जेल की सलाखों में बंद उत्तर प्रदेश का माफिया अतीक अहमद और उसके भाई का चेहरा हो सकता है।
Umesh Pal Murder Update: वारदात और साजिश के बीच साढ़े सात किलोमीटर की दूरी, सामने आया मुस्लिम हॉस्टल के कमरा नंबर 36 का रहस्य
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28 Feb 2023 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:04 PM)
Umesh Pal Murder Update: प्रयागराज में उमेश पाल मर्डर के सिलसिले में उत्तर प्रदेश पुलिस का ताजा खुलासा बेहद चौंकानें वाला है। उमेश पाल की हत्या प्रयागराज के मुस्लिम हॉस्टल के कमरा नंबर 36 में साज़िश रची गई थी जबकि प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में य
उत्तर प्रदेश की पुलिस ने अब इस मामले में तफ्तीश को जब और आगे बढ़ाया तो कुछ चौंकाने वाले खुलासा सामने आ रहा है। और बीते 24 घंटे के दौरान तीन बड़े और अहम खुलासे हो चुके हैं जिससे ये तस्वीर साफ होने लगती है कि आखिर इस हत्याकांड को कैसे और किसने अंजाम दिया।
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उमेश पाल हत्याकांड को कैसे अंजाम दिया जाएगा...कौन कौन लोग कहां कहां पर होंगे...कौन गोली चलाएगा...कौन गाड़ी ड्राइव करेगा...कौन राइफल से गोली मारेगा...और कौन बम मारकर पूरे इलाके में दहशत का माहौल बनाएगा...और फिर वहां से कैसे निकल भागेंगे...ये सारी प्लानिंग मौका-ए-वारदात से महज 7.5 किलोमीटर की दूरी पर रची गई थी। यानी धूमनगंज में जहां उमेश पाल को गोली मारी गई वहां से यूनिवर्सिटी का मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल की दूरी सिर्फ 7.5 किलोमीटर है। लेकिन दिन के वक़्त भरे ट्रैफिक के दौरान इस दूरी को तय करने में आमतौर पर 20 मिनट का समय लगता है। बस इतना ही फासला था साजिश और उसके अंजाम तक के बीच का।
पुलिस के मुताबिक ये साज़िश प्रयागराज के मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के कमरा नंबर 36 में रची गई थी। और साजिश का ब्लू प्रिंट तैयार करने वाला इलाहाबाद हाईकोर्ट का एक वकील है जिसका नाम सदाकत खान बताया जा रहा है। सोमवार की शाम को ही पुलिस ने सदाकत को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया जब वो नेपाल भागने की फिराक में था। उत्तर प्रदेश पुलिस के ADG STF अमिताभ यश के मुताबिक जिस साज़िशकर्ता सदाकत खान को गिरफ्तार किया है वो मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के कमरा नंबर 36 में रह रहा था और वो भी ग़ैरकानूनी तरीके से। बकौल अमिताभ यश सदाकत उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के बारा गहमर गांव का रहने वाला है। 27 साल के सदाकत ने पुलिस पर हाईकोर्ट का वकील होनें की धौंस जमाने की कोशिश की थी। लेकिन जब पुलिस ने उसके कमरा नंबर 36 में तलाशी ली तो इस हत्याकांड से जुड़े कई सबूत पुलिस के हाथ लगे हैं। पुलिस की पूछताछ में ये बात भी खुली कि सदाकत नेपाल भागने की फिराक में था। फिलहाल तो पुलिस सदाकत का और अतीत खंगाल रही है।
उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने पिछले 24 घंटे के दौरान जो सबसे चौंकानें वाला पहलू पता लगाया वो है इस हत्याकांड में 13 शूटर शामिल थे। जिनमें से 6 शूटरों ने तो हत्याकांड को अंजाम दिया जबकि सात शूटर बैकअप प्लान में थे। और वो इशारे के इंतजार कर रहे थे। दूसरा सबसे बड़ा खुलासा पुलिस की तरफ से ये आया है कि असल में इस पूरे हत्याकांड की पूरी साज़िश कहां और कब रची गई थी।
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