इस्लामिक स्टेट ने ली हमले की ज़िम्मेदारी
पेशावर में दिलीप कुमार के घर के पास हुआ था फिदाइन हमला, इस्लामिक स्टेट ने ली ज़िम्मेदारी
पेशावर में इस्लामिक स्टेट का फिदाइन हमला, इस्लामिक स्टेट ने ली ज़िम्मेदारी, फिदाइन हमले में 57 लोगों की मौत, PAKISTAN BLAST, PESHAWAR BLAST, IS CLAIM BLAST IN PAKISTAN, LATEST CRIME, PAKISTAN POLICE
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05 Mar 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:14 PM)
LATEST CRIME NEWS: पाकिस्तान के पेशावर में शुक्रवार को जो धमाका हुआ वो धमाका दरअसल एक फिदाइन हमला था। इस बात की तस्दीक की है इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने। क्योंकि पेशावर की मस्ज़िद में जुमे की नमाज़ के बाद हुए इस धमाके की ज़िम्मेदारी इस्लामिक स्टेट इन खुरासन ने ले ली है। इस धमाके में अब तक 57 लोगों के मारे जाने की ख़बर है।
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शुरुआती तफ़्तीश में अभी तक ये बात सामने आई है कि धमाके के लिए क़रीब पांच किलो विस्फोटक इस्तेमाल किया गया। लेकिन ये विस्फोटक मस्जिद तक कैसे पहुँचा इसके बारे में अलग अलग थ्योरी बताई जा रही हैं।
धमाके से पहले हुई थी गोलाबारी
PAKISTAN CRIME NEWS: अब तक इस धमाके को लेकर जो कुछ भी खुलासे हुए हैं उनके मुताबिक इस आत्मघाती हमले में 200 से ज़्यादा लोग बुरी तरह ज़ख़्मी हुए हैं। पेशावर पुलिस के चीफ मोहम्मद एजाज़ ने बताया कि इस धमाके से पहले मस्ज़िद पर बाकायदा हमला किया गया और गोलीबारी की गई थी।
बकौल पुलिस प्रमुख जैसे ही मस्जिद के बाहर गोली बारी शुरू हुई तो पुलिस ने मोर्चा ले लिया और जवाबी फायर करना शुरू किया। पुलिस की तरफ से की गई फायरिंग में एक शख्स घायल हो गया। इससे पहले पुलिस उसे पकड़ पाती वो मस्जिद के भीतर चला गया और अपने शरीर पर बंधे बम से धमाका कर दिया। इस धमाके से मस्ज़िद को भारी नुकसान पहुँचा। जिस वक़्त ये हमला हुआ मस्जिद में जुमे की नमाज़ की वजह से अच्छे ख़ासे लोग मौजूद थे।
काले कपड़ों वाले आतंकी की काली करतूत
PESHAWAR BLAST NEWS: CCTV फुटेज से ये भी पता चल रहा है कि एक आतंकी मस्जिद में मुख्य द्वार में घुसने की कोशिश कर रहा है। CCTV की तस्वीरों में वो काली सलवार कमीज़ पहने आतंकी पुलिसवालों पर गोली भी चलाता दिखाई पड़ रहा है। पुलिस के सूत्रों से पता चला है कि लोगों ने दोपहर में नमाज़ से पहले उस शख्स में मस्जिद में आते हुए देखा था।
उस वक़्त वो काली सलवार और कमीज़ के अलावा एक काली चद्दर से खुद को लपेटे हुए था। अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि वो शख्स उसी काली चद्दर के नीचे विस्फोटक छुपाकर लाया था। चश्मदीदों का मानना है कि इस धमाके में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है लेकिन पुलिस ने अभी तक ये आंकड़ा 57 ही बताया है। लेकिन मरने वालों की संख्या के बढ़ने के आसार हैं।
PESHAWAR BLAST INVESTIGATION: पेशावर पुलिस के प्रमुख के मुताबिक इस हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट का हाथ है। पुलिस प्रमुख का अंदाज़ा है कि इस्लामिक स्टेट के ये आतंकी अफ़ग़ानिस्तान की धरती पर सक्रिय हैं और इस हमले को अंजाम देने के पीछे इस्लामिक स्टेट इन खुरासन का हाथ मुमकिन है। पुलिस प्रमुख मोहम्मद एजाज़ ने कहा है कि जिन हालात में ये हमला हुआ है उससे यही पता चलता है कि ये आतंकियों की वही टोली है जो पाकिस्तान में रहकर यहां के शिया लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।
पेशावर पुलिस के प्रमुख ने कहा कि इस हमले के पीछे अफ़ग़ानिस्तान के इस्लामिक स्टेट के आतंकियों का हाथ होने के बीत इसलिए भी सही मानी जा सकती है क्योंकि एक दिन पहले ही पाकिस्तान के क्वेटा में गुरुवार को भी इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने धमाका किया था जिसमें पुलिस अधिकारी समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी जबकि 24 लोग घायल हुए। हालांकि अभी तक उस मामले में तफ्तीश चल रही है।
पेशावर के जिस इलाक़े की मस्जिद में धमाका हुआ वो इलाक़ा ख़्वानी बाज़ार कहलाता है जिसका भारत के लिए बहुत महत्व है। भारतीय सिनेमा के मशहूर अभिनेता दिलीप कुमार और राजकपूर का जन्म इसी ख़्वानी बाज़ार के इलाक़े में हुआ था। जबकि 23 अप्रैल 1930 को खुदाई खिदमतगार आंदोलन के दौरान ब्रिटिश सैनिकों ने नरसंहार किया था और क़रीब 400 निहत्थे आंदोलनकारियों को गोलियों से भून दिया था।
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