Delhi Crime: गे डेटिंग ऐप के जरिए ब्लैकमेलिंग करने वाले गैंग का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार

TANSEEM HAIDER

15 Nov 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:30 PM)

Delhi News: ये गैंग गे डेटिंग ऐप के जरिए गैंग के सदस्य अपने शिकार को फंसाते थे उसके बाद उनको एक कमरे में बुलाते थे जहां उनकी अश्लील फोटो और वीडियो बना ली जाती थी।

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Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस ने गे डेटिंग ऐप (Gay Dating App) के जरिए ब्लैकमेलिंग (Blackmailing) और अश्लील तस्वीरें वीडियो (Nude Video) भेजने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार (Arrest) किया है। यह गैंग लोगों को डेटिंग ऐप के जरिए अपने जाल में फंसाता था उसके बाद उनके अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उनसे लाखों रुपए की वसूली किया करता था। ये गैंग ज्यादातर स्कूल जाने वाले नवयुवक लड़कों को अपना शिकार बनाते थे।

इस डेटिंग ऐप के जरिए गैंग के सदस्य अपने शिकार को फंसाते थे उसके बाद उनको एक कमरे में बुलाते थे जहां उनकी अश्लील फोटो और वीडियो बना ली जाती थी। आरोपी गे डेटिंग ऐप Blued का इस्तेमाल किया करते थे। दरअसल पुलिस को खबर मिली थी कि एक युवक के साथ ऑनलाइन चैटिंग के जरिए 8 नवंबर को पहले पिज्जा के आउटलेट में बुलाया गया।

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जिसके बाद लड़के को एक कमरे में ले जाया गया जहां पर दोनों ने अपने कपड़े उतार दिए उसके बाद दोनों की वीडियो बनाई जाने लगी। इसी दौरान कुछ लोग और कमरे में दाखिल हुए और उसकी वीडियो दिखा कर युवक को ब्लैकमेल करने लगे।

शुरुआत में आरोपियों ने पीड़ित युवक से ₹12700 अपने अकाउंट में डलवा लिए और उसके बाद लगातार उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था। दिल्ली पुलिस की कई टीमों ने जांच शुरू की तो सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल सर्विलांस के जरिए पहले दिल्ली पुलिस ने शिवम कुमार नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया और फिर विकास शर्मा नाम के युवक को गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ के दौरान आरोपी विकास शर्मा ने खुलासा किया कि वह गैंग का मुख्य आरोपी है और उसने अन्य आरोपी सदस्यों के साथ ऑनलाइन ऐप पर डेटिंग के इच्छुक लोगों से जबरन वसूली की योजना बनाई।  उन्होंने आगे बताया कि उन्होंने योजना बनाई थी कि जब पीड़ित खुद के कपड़े कमरे में उतारेगा तो गिरोह के अन्य सदस्य कमरे में प्रवेश करेंगे और एक वीडियो शूट हो जाने की बात करेंगे। पीड़ित का वीडियो सोशल साइट्स पर वायरल करने के बहाने उससे जबरन वसूली करेंगे।  

आरोपियों ने आगे खुलासा किया कि उक्त पीड़ित को उसके और गिरोह के सदस्यों ने योजना के अनुसार जबरन वसूली की थी।  उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने 12700/- रुपये की राशि अपने परिचितों के खाते में स्थानांतरित कर दी और उनकी आगे की मांग पूरी नहीं होने पर उनका मोबाइल फोन और स्कूटी भी रख ली थी।

सभी आरोपियों ने आगे खुलासा किया कि उन्होंने जबरन वसूली का पैसा आपस में बांट लिया है।  टीम ने पीड़िता की स्कूटी और मोबाइल फोन बरामद कर लिया है। पुलिस ने इस गैंग के विकास शर्मा, अंशु कुमार आशुतोष और शिवम कुमार को गिरफ्तार किया है।

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