साइबर अपराध की तिलिस्मी दुनिया
CYBER FRAUD: ऐसे लूटा LUCKNOW के उस परिवार को शातिर ठगों ने, एक कॉल और पैसे हो गए छू मंतर
Lucknow cyber fraud number 155260
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29 Jul 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:02 PM)
पेगासस कांड ने देश की सियासत को हिला कर रख दिया है. यह कांड भले ही एक कंपनी के सॉफ्टवेयर से बड़े लोगों के फोन की जासूसी का हो लेकिन मामला साइबर अपराध का ही है. इसी साइबर अपराध और इसके तिलिस्मी दुनिया के अपराधियों ने देश और दुनिया के लोगों की गाढ़ी कमाई पर भी डाका डाल रखा है.
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ज़रा सी चूक लोगों की जिंदगी भर की कमाई अपराधियों के बेनामी खातों में पहुंचा रही है. लेकिन अब केंद्रीय गृह मंत्रालय और उत्तर प्रदेश पुलिस की तमाम कोशिशों से एक अच्छी खबर है कि अगर वक़्त रहते ठगी के शिकार हुआ शख्स पूरी जानकारी पुलिस तक पहुंचा रहा है तो उसकी लूटी रकम की वापसी भी हो रही है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय की मदद से शुरू की गई हेल्पलाइन से 1 महीने में ही 50लाख रु वापस हो चुके है तो वही यूपी पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने 4 महीने में 5 करोड़ से ज़्यादा की रकम को वापस दिलाया है.
ऐसे लूटा साइबर अपराधियों ने लखनऊ के एक परिवार को
ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के महानगर इलाके की एक पॉश कॉलोनी से सामने आया, जहां एक परिवार की महनत की कमाई पर साइबर अपराधियों ने डाका डाला था. जिस पाई पाई को जोड़कर मां बाप ने बेटी के सुनहरे भविष्य को संजोने के सपने देखे थे. शातिर ठगों ने महज़ 10 मिनट के अंदर साइबर अपराधियों ने बैंक खाते में जमा करीब साढ़े 4 लाख की रकम लूट ली थी
आनन-फानन में स्थानीय लखनऊ साइबर थाने में पीड़ित परिवार ने शिकायत दर्ज कराई. जिसका नतीजा ये हुआ की परिवार की महनत की कमाई से करीब ₹1लाख 20हजार रु वापस मिल गए,और बाकी रकम भी जालसाजो के खाते में ट्रांसफर होने से पहले साइबर सेल ने बचाली. अब उम्मीद है जल्द बाकी रकम भी परिवार के बैंक खाते में वापस आ जाएगी.
दरअसल केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बीते अप्रैल मे साइबर फ्रॉड का शिकार लोगों की मदद के लिए विशेष हेल्पलाइन नम्बर 155260 की शुरूआत की है. अगर कोई साइबर अपराध का पीड़ित 24 घण्टे से पहले इस नम्बर पर कॉल करेगा तो उसकी रकम वापसी की उम्मीद ज्यादा हो गई है.
क्या कहतें हैं आंकड़े
आंकड़ों की बात करें तो 1 महीने में ही यूपी साइबर सेल ने भारत सरकार की इस हेल्पलाइन सेवा से 47लाख रु, अकेले जून महीने में लोगों के वापस करवाएं. इतना ही नहीं भारत सरकार के इंटरनेट बैंकिंग फ्रॉड के लिए जारी की गई इस हेल्पलाइन के साथ-साथ यूपी पुलिस ने प्रदेश भर में 18 साइबर थाने भी खोल रखे हैं.
प्रदेशभर के साइबर थाना के नोडल अफसर आईपीएस त्रिवेणी सिंह की माने तो अब तक जून महीने में 50लाख की रकम सिर्फ यूपी पुलिस के साइबर थाने ने वापस कर आई है. आपको बतादें की बीते जुलाई महीने में ही भारत सरकार की हेल्पलाइन से करीब 48 लाख रु लोगों के वापस भी करवाए गए हैं.
गौरतलब है की यूपी साइबर सेल ने भारत सरकार की इस हेल्पलाइन सेवा 155260 के लिए अलग से कंट्रोल रूम बना रखा है. ताकि उत्तर प्रदेश से संबंधित साइबर फ्रॉड की घटना देश में कहीं पर भी हो वो इस हेल्पलाइन नंबर के जरिए किसी भी वक्त कहीं से भी दर्ज की जा सके.
फिलहाल यूपी साइबर सेल 112 के कंट्रोल रूम से गृह मंत्रालय की इस हेल्पलाइन का कंट्रोल रूम चला रहा है. लेकिन जल्द इसके विस्तार की योजना है और डीजीपी मुख्यालय में बड़े पैमाने पर खोला जाएगा.
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